क्राइम ब्यूरो_ मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
*सहन की भूमि पर जबरन कब्जे को लेकर दबंगों ने फूंका पीड़ित का घर, जान से मारने की दी एलानिया धमकी**पीड़ित परिवार की तहरीर पर मुकामी पुलिस द्वारा सुनवाई की जगह दबाव बनाने का आरोप*
हैदरगढ़, बाराबंकी। संदिग्ध परिस्थितियों में ग्रामीण का सपनों का आशीयाना जलकर खाक हो गया। जिसमें गृहस्थी का हजारों का समान नगदी इत्यादि भी जलकर स्वाहा हो गया। गनीमत रही कि पूरा परिवार बाहर सो रहा था जो सबकी जान बच गई। घर में मात्र बुजुर्ग ही मैजूद थे, जिन्हें जान पर खेलकर दहकती आग में से किसी तरह बचाकर बाहर ले आए। वहीं ग्रामीणों के अनुसार पीड़ित परिवार की भूमि पर जबरन कब्जे का प्रयास कर रहे दबंगों ने आतंकित परेशान परिवार को एलानिया धमकी भी दी है। जिसको लेकर पीड़ित की ओर से नामजद तहरीर देकर हैदरगढ़ पुलिस से न्याय एवं जानमाल की सुरक्षा की माँग की है।
प्राप्त जानकारी अनुसार मामला हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सुरिष्टगंज मजरे बहुता का है जहाँ पीड़िता ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर नामजद लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। विवाद आबादी की सहन की भूमि के कब्जे को लेकर है जिसका मुकदमा कोर्ट मे लंबित है। ऊक्त गांव निवासी राजरानी पत्नी हीरालाल ने पुलिस को लिखित शिकायत मे बताया कि शुक्रवार की रात जब सब लोग सो रहे थे। तभी गरीब महिला की झोपड़ी मे रात लगभग 12 बजे विपक्षीगण रामनरेश पुत्र दुजई, दुर्गेश पुत्र रामनरेश, अरविंद पुत्र रामनरेश व बृजेश पुत्र रामकुमार ने आग लगा दी। जिससे राजरानी का पूरा घर उसमें रखी गृहस्थी जलकर राख हो गया। मामला तब और भी गंभीर हो गया जब घर व गृहस्थी जलकर खाक होने पूरा घर सदमें में था तभी दबंग विपक्षियों ने ऐलानिया धमकी दी कि अगर शिकायत पुलिस से की या रिपोर्ट दर्ज करायी तो इस बार सिर्फ घर फूंका है, अगली बार पूरे परिवार को जिंदा जला देंगे। जिसको लेकर पूरा परिवार आतंकित है वा सदमें में भी है। मीडिया को दिये बयान में पीड़ित परिवार ने बताया कि उनके ससुर जो लकवा से पीड़ित हैं, अगर समय रहते उनको झोपड़ी से न निकाल लेते तो जिंदा जल जाते। आग लगने से गरीब महिला का परिवार रो बिलख रहा है लेकिन सुनवाई कोई नहीं है। महिला ने रोते हुये बताया कि उनके पड़ोस मे रहने वाले हरिविलास पुत्र छेद्दू व धर्मराज पुत्र जगदीश प्रसाद ने विपक्षी जनों को आग लगाते हुये देखा है। वहीं पीड़ित परिवार के अनुसार पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही बल्कि उल्टा पीड़ित परिवार को ही फंसाने की धमकी दी जा रही है।पीड़िता ने यह भी कहा कि अगर उनको न्याय नहीं मिला तो वो एसपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर मामले की शिकायत करेंगी। अब देखना है कि पीड़ित परिवार की शिकायत दर्ज कर मामले की जांच होगी या फिर पीड़ित परिवार को दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर होना होना पड़ेगा।