क्राइम ब्यूरो_मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
जल निगम के गेज व बोर्ड को तोड़े जाने को लेकर पूर्व प्रधान व सपा नेता मौजीराम के खिलाफ हुई शिकायत*हैदरगढ़, बाराबंकी। गांव के लोगों के खिलाफ गांव के ही जलनिगम कर्मचारी ने गोमती नदी के तट पर लगे गेज व बोर्ड को तोड़ने का आरोप लगाते हुए नामजद शिकायत की है। जिसकी शिकायत पर बजाए कार्रवाई होने के आरोपियों को शिकायतकर्ता की जानकारी मिल गई। जिसके बाद तमाम आरोपियों ने कर्मचारी को घेर कर गंदीगंदी गालियाँ देते हुए जान से मारने की धमकी दी है। जिसके बाद से कर्मचारी का गोमती तट पर ड्यूटी करना जोखिम भरा हो गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गोमती तट पर लगे गेज व बोर्ड के टूटने पर गांव वालों की शिकायत करना हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत ग्राम करौंधिया मजरे नैपुरा निवासी जलनिगम में कार्यरत शिवशंकर पुत्र राम बहादुर को भारी पड़ गया है। जानकारी अनुसार शिवशंकर ने जनसुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री से शिकायत दर्ज कराई है कि गोमती नदी के तट पर जल निगम के गेज व बोर्ड लगा को तोड़े जाने को लेकर कर्मचारी शिवशंकर ने उसी गांव निवासी आरोपीगण मौजीराम यादव पुत्र माता फेर यादव, दल बहादुर यादव पुत्र मौजीराम, राहुल यादव पुत्र मायाराम यादव व राम मिलन यादव पुत्र आशाराम यादव, रामकिशोर यादव पुत्र आशाराम यादव व राजेश यादव पुत्र गया प्रसाद यादव पर बोर्ड को तोड़ने का आरोप लगाते हुए विभागीय शकायत की थी। जिसपर जब इन लोगों से पूछताछ करने पर आरोपी लड़ाई झगड़े पर उतारू हो उसे भद्दी भद्दी गालियाँ देते हैं। शिवशंकर के अनुसार मौजीराम यादव पूर्व प्रधान भी हैं। वो सरकार को भी गाली देते हुए कहता है कि सरकार उसका कुछ भी नहीं उखाड़ पायेगी। दबंगों के चलते कर्मचारी शिवशंकर का 24/7 दिन गोमती नदी के तट पर ड्यूटी करना खतरनाक व जोखिम भरा हो गया है। आरोपियों से उसको जान का खतरा उत्पन्न हो गया है। जिसको लेकर कर्मचारी ने योगी सरकार से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की मांग की है। अब देखना है कि मामले की जांच कर कुछ कार्यवाही होती है या फिर मामले को ठंडे बस्ते मे डाल दिया जायेगा ये देखने वाली बात होगी?