संवाददाता/ स्वतंत्र नामदेव कांकेर ब्यूरो
कोयलीबेड़ा विकास खंड में पहली से आठवीं कक्षा तक के हजारों छात्र, छात्राओं को अभी तक नए सत्र की पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल पाई हैं। पुस्तकों के अभाव में शिक्षक पुरानी किताबों और अपने जुगाड़ से छात्रों को पढ़ाने पर मजबूर हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
शिक्षकों का कहना है कि सत्र शुरू हुए काफी समय हो गया है, लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक पुस्तकों का वितरण नहीं किया गया है। वे किसी तरह पुराने पाठ्यक्रम की किताबें या अन्य उपलब्ध सामग्री का उपयोग कर बच्चों को पढ़ा रहे हैं, ताकि उनकी पढ़ाई का ज्यादा नुकसान न हो।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी कोयलीबेड़ा देव कुमार शील से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि शासन स्तर से अभी तक उन्हें पाठ्यपुस्तकें प्राप्त नहीं हुई हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही पुस्तकें प्राप्त हो जाएंगी और उनका वितरण सुनिश्चित किया जाएगा।
पुस्तकों के वितरण में हो रही यह देरी छात्रों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, खासकर उन छात्रों पर जिनके पास पुरानी किताबें उपलब्ध नहीं हैं। अभिभावकों ने भी प्रशासन से जल्द से जल्द पुस्तकें उपलब्ध कराने की मांग की है।