बोकारो जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अनिल कुमार मिश्रा: सादगी, समर्पण और समन्वय का प्रतीकन्याय के मंदिर में सादगी, समर्पण और संवेदनशीलता का संगम विरले ही देखने को मिलता है
लोकेशन बोकारो से नेशनल हैड अधिवक्ता राजेश कुमार की कलम से
शीर्षक। बोकारो जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अनिल कुमार मिश्रा: सादगी, समर्पण और समन्वय का प्रतीकन्याय के मंदिर में सादगी, समर्पण और संवेदनशीलता का संगम विरले ही देखने को मिलता है।बोकारो जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनका व्यक्तित्व और कार्यशैली न केवल बोकारो के अधिवक्ताओं के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि न्यायिक प्रणाली में एक अनोखा उदाहरण भी प्रस्तुत करती है।
उनकी मुस्कान भरी आवाज, सहज स्वभाव और कार्य के प्रति अटूट निष्ठा ने उन्हें बोकारो के तमाम जिला जजों में विशिष्ट स्थान दिलाया है। श्री अनिल कुमार मिश्रा के व्यक्तित्व, उनकी कार्यशैली और बोकारो जिला अधिवक्ता संघ की समस्याओं के समाधान में उनके योगदान पर प्रकाश डालती है उनकी सादगी और सहजता का अनुपम उदाहरणश्री अनिल कुमार मिश्रा का व्यक्तित्व सादगी की मिसाल है। उच्च पद पर आसीन होने के बावजूद उनका व्यवहार इतना सरल और विनम्र है कि हर कोई उनके निकट होने का अनुभव करता है। उनकी मुस्कान भरी आवाज न केवल अधिवक्ताओं को आकर्षित करती है, बल्कि कोर्ट रूम में एक सकारात्मक और सहज माहौल भी बनाती है। यह उनकी विशेषता है कि वे हर व्यक्ति, चाहे वह वरिष्ठ अधिवक्ता हो या कनिष्ठ, सभी के साथ समान भाव से संवाद करते हैं। उनका यह स्वभाव बेंच और बार के बीच एक मजबूत सेतु का निर्माण करता है, जो न्यायिक प्रक्रिया को सुगम और प्रभावी बनाता है।उनकी सादगी केवल उनके व्यवहार तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके कार्य करने के तरीके में भी झलकती है। वे जटिल से जटिल मामलों को भी धैर्यपूर्वक सुनते हैं और तथ्यों के आधार पर निष्पक्ष निर्णय लेते हैं। यह उनकी विषदता और बौद्धिक गहराई को दर्शाता है, जो एक न्यायाधीश के लिए अत्यंत आवश्यक है।कार्यशैली: समर्पण और समन्वय का संगम अनिल कुमार मिश्रा की कार्यशैली उनकी नेतृत्व क्षमता और कार्य के प्रति समर्पण का जीवंत प्रमाण है। वे न केवल एक कुशल न्यायाधीश हैं, बल्कि एक ऐसे प्रशासक भी हैं, जो अपने कार्यक्षेत्र में सामंजस्य और सहयोग को प्राथमिकता देते हैं। बोकारो व्यवहार न्यायालय में उनके नेतृत्व में कार्यरत अधिवक्ता और कर्मचारी उनके अनुशासन और प्रेरणादायक दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हैं।उनका काम करने का तरीका व्यवस्थित और पारदर्शी है। वे प्रत्येक मामले को गंभीरता से लेते हैं और पक्षकारों को सुनने के लिए पर्याप्त समय देते हैं। उनकी यह विशेषता कि वे बिना किसी जल्दबाजी के तथ्यों की गहराई में जाते हैं, उन्हें एक निष्पक्ष और संवेदनशील न्यायाधीश के रूप में स्थापित करती है। इसके अतिरिक्त, वे तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर न्यायिक प्रक्रिया को तेज करने के पक्षधर हैं, जिससे बोकारो जिला न्यायालय में लंबित मामलों की संख्या में कमी लाने में सहायता मिली है।श्री मिश्रा का अधिवक्ताओं के साथ तालमेल भी उनकी कार्यशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे बार और बेंच के बीच एक संतुलित संबंध बनाए रखने में विश्वास रखते हैं। उनकी यह क्षमता कि वे अधिवक्ताओं की समस्याओं को समझकर उनका त्वरित समाधान निकालते हैं, उन्हें एक लोकप्रिय और सम्मानित जिला जज बनाती है।बोकारो जिला अधिवक्ता संघ की समस्याओं का निदानबोकारो जिला अधिवक्ता संघ के लिए श्री अनिल कुमार मिश्रा एक संबल के रूप में उभरे हैं। अधिवक्ताओं की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने में उनकी तत्परता उल्लेखनीय है। चाहे वह कोर्ट परिसर में मूलभूत सुविधाओं की कमी हो, जैसे पुस्तकालय, स्वास्थ्य सुविधाएं, या अधिवक्ताओं के लिए उचित स्थान की व्यवस्था, श्री मिश्रा ने इन मुद्दों को प्राथमिकता दी है। उनकी पहल पर बोकारो जिला अधिवक्ता संघ के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा कोष के उपनियमों पर चर्चा हुई, जिससे अधिवक्ताओं के कल्याण को बढ़ावा मिला।उनके नेतृत्व में आयोजित सम्मान समारोह, जैसे कि 40 वर्षों से विधि व्यवसाय में योगदान देने वाले वरिष्ठ अधिवक्ताओं का सम्मान, न केवल अधिवक्ता संघ की एकता को दर्शाता है, बल्कि उनके प्रति श्री मिश्रा के सम्मान और समर्थन को भी प्रदर्शित करता है। इसके अतिरिक्त, वे नियमित रूप से अधिवक्ता संघ की बैठकों में भाग लेते हैं और सुझावों को गंभीरता से लागू करने का प्रयास करते हैं। उनकी यह नीति कि वे हर सुझाव को सुनते हैं और उसे यथासंभव पूरा करने की कोशिश करते हैं, अधिवक्ताओं में उनके प्रति विश्वास को और मजबूत करती है।निष्कर्ष अनिल कुमार मिश्रा बोकारो जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में न केवल एक कुशल प्रशासक और निष्पक्ष न्यायाधीश हैं, बल्कि एक ऐसे व्यक्तित्व के धनी भी हैं, जो सादगी, सहजता और समर्पण का प्रतीक है। उनकी मुस्कान भरी आवाज, अधिवक्ताओं के साथ सहयोगात्मक रवैया और समस्याओं के त्वरित समाधान की भावना ने उन्हें बोकारो के अधिवक्ता समुदाय का प्रिय बनाया है।
उनकी कार्यशैली और नेतृत्व ने बोकारो व्यवहार न्यायालय को एक नई ऊंचाई प्रदान की है, और उनका योगदान आने वाले समय में भी प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।श्री मिश्रा का यह अनोखा दृष्टिकोण कि न्याय केवल कानून की किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि यह मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक समन्वय का हिस्सा है, उन्हें एक असाधारण न्यायाधीश बनाता है। बोकारो जिला अधिवक्ता संघ और समस्त न्यायिक समुदाय उनके इस योगदान के लिए सदा उनका ऋणी रहेगा।