Type Here to Get Search Results !
BREAKING
विज्ञापन
TTN24 न्यूज चैनल समस्त राज्यों से डिवीजन हेड, मार्केटिंग हेड एवं ब्यूरो रिपोर्टर बनने के लिए शीघ्र संपर्क करें — 📞 +91 9956072208, +91 9454949349, ✉️ ttn24officialcmd@gmail.com — साथ ही चैनल की फ्रेंचाइजी एवं TTN24 पर स्लॉट लेने के लिए संपर्क करें — 📞 +91 9956897606 — ☎️ 0522 3647097 | आपका पसंदीदा हिंदी न्यूज चैनल TTN24 अब उपलब्ध है सभी डिजिटल केविल नेटवर्क पर — जिओ टीवी, जिओ फाइबर चैनल नंबर 543, टाटा प्ले चैनल नंबर 2075, E-star डिजिटल केविल चैनल नंबर 201, DTH लाइव टीवी, स्मार्ट टीवी, एवं सभी एंड्रॉइड बेस्ड ओटीटी प्लेटफार्म एवं यूट्यूब फेसबुक Live 24x7. चैनल से जुड़ने के लिए शीघ्र संपर्क करें — 📞 +91 9956072208 | Head Office : llnd Floor Regency Tower, Shivaji Marg, Hussainganj, Lucknow (U.P.) 226018. Managing Director : Avneesh Dwivedi — 📞 +91 9956072208, +91 9794009727. समाचार, विज्ञापन एवं चैनल में किसी प्रकार की शिकायत एवं सुझाव के लिए कॉल करें — 📞 +91 9956072208

इटावा: इटावा जिला सहकारी बैंक घोटाले के मामले में ऑडिटर और उसके भाई को पुलिस ने भेजा जेल।

 संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270


इटावा में जिला सहकारी बैंक के 25 करोड़ के घोटाले में पुलिस ने बुधवार को आगरा के एक ऑडिटर और उसके भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें सहकारी बैंक शाखा नौरंगाबाद के पास से गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि बैंक के ऑडिट के दौरान उन्होंने सामान्य रिपोर्ट नौ वर्ष तक प्रस्तुत की और गबन का कोई मामला नहीं पकड़ा। इस मामले में कई लोग पुलिस के द्वारा जेल भेजे जा चुके है।
मामले की जांच कर रहे विवेचक प्रभारी निरीक्षक भोला प्रसाद रस्तोगी ने बताया कि बुधवार को ऑडिटर दुर्गेश अग्रवाल व उनके भाई ऋषि अग्रवाल निवासी 51 न्यू राजा मंडी, केनरा बैंक के पास थाना लोहा मंडी आगरा को गिरफ्तार किया गया है। इनकी फर्म दुर्गेश अग्रवाल एंड कम्पनी के नाम से थी। दुर्गेश अग्रवाल सीए थी। जबकि इनके भाई ऋषि अग्रवाल आडिट करने आते थे। ऑडिट रिपोर्ट पर दुर्गेश अग्रवाल के हस्ताक्षर होते थे।
उन्होंने बताया कि इन्होंने वर्ष 2013 से लेकर 2021 तक सहकारी बैंक की मुख्य शाखा नौरंगाबाद का ऑडिट किया था। ऑडिट में गबन के किसी भी तथ्य को अंकित नहीं किया था।

घोटाले के मुख्य आरोपित अखिलेश चतुर्वेदी ने पूछताछ में पुलिस को जानकारी दी थी कि उसने 70 लाख रुपये ऑडिटर को घोटाला छुपाने के लिए दिए थे। ऑडिटर द्वारा 9 वर्ष तक औपचारिक ऑडिट रिपोर्ट बैंक मुख्यालय को दी जाती रही। जिससे गबन का पता नहीं चला। इससे प्रतीत होता है कि इनकी बैंक कर्मचारियों के साथ मिली भगत थी।

इसी आरोप के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आपस में भाई-बहन है। वहीं गिरफ्तारी के बाद जिला अस्पताल में मेडिकल के लिए पहुंचे दुर्गेश व उनके भाई ऋषि अग्रवाल ने बताया कि उनके द्वारा किए गए ऑडिट के दौरान जो खामियां उन्हें मिली थी। जिसकी रिपोर्ट बैंक मुख्यालय को उपलब्ध कराई थी। जिसकी पत्रावली उनके पास हैं। लेकिन बैंक मुख्यालय के द्वारा इसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है।

Youtube Channel Image
TTN24 | समय का सच www.ttn24.com
Subscribe