चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई यूपी
छठ मइया के दरबार में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुई पूजा।
संडीला हरदोई,नगर के शीतला मंदिर के सरोवर पर मौजूद लोगों ने सुख,समृद्धि और पुत्र प्राप्त की कामनाओं को पूर्ण करने वाला छल व्रत बड़े आस्था,विश्वास,हर्ष,उास व धूम धाम के साथ मनाया गया।आस्था, विश्वास और भक्ति भाव में विभोर व्रत धारी महिलाओं ने संध्या काल में तालाब के किनारे बैठकर पहले से बनाई गई चेदी पर दीप प्रज्वलित कर कलश स्थापना की और विधिवत भूप, दीप, नैवेद्य बढ़ाकर उठ मैया की पूजा की। संध्या काल में अस्ताचल गामी डूबते सूर्य सूर्यदेव को अर्घ्य दिया गया। व्रत के अंतिम दिन मंगलवार को ब्रहा मुहूर्त में व्रतधारी महिलाएं और अद्धालु लोग तालाब पर पहुंचे, जहां दीप जलाकर विधि विधान से पूजा अर्चना की। व्रत भारी महिलाओं ने उदयाचल गामी उगते सूर्य देव को गाय के दूध से अभ्ये देकर व्रत को पूर्ण किया और अपने मनवांछित फल प्राप्त की मंगल कामना की। इस अवसर पर महिलाओं ने सुहागिन स्त्रियों को नासिका से लेकर मांग तक सिंदूर लगाया।छठ की पूजा निर्जला रहकर किसी नदी या तालाब के किनारे सुंदर विधि से वेदी बनाकर उस पर कलश रखकर मंगल गीतों और विधि विधान से पूजन किया जाता है। उस दिन घर से लाए हुए दऊरा में ठेकुआ,रोठ, फल,फूल,अमरुद,अनार,सेव केला,अदरक,सिंघाड़ा,मौसम्मी, शरीफा,मूली,शकरकंद,पपीता,अच्छत,पान और नारियल को सूप में रखकर विधि विधान से देवी को अर्पित किया जाता है। सूर्यास्त और सूर्योदय के समय व्रतधारी महिलाओं द्वारा पांच बार घूम कर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। यह त्यौहार बिहार और उत्तर प्रदेश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा की लोकप्रियता और श्रद्धा पूरे भारत वर्ष में है। छठ पर्व सूर्य देव और पाछे देवी छठी मैया की आराधना ने चेताया कि छठ पर्व यहां पर विगत कई वर्षों से बड़े धूमधाम और हर्षो उल्लास से मनाया जा रहा है।पूजा में मौजूद नेहा गुप्ता, रचना गुप्ता, सुमन गुप्ता,सविता गुप्ता,रुद्रावती,शालू,पूजा आदि मौजूद रही।
