खेल और संस्कृति का संगम: पखांजुर में बस्तर ओलंपिक 2025 का भव्य शुभारंभ।
पत्रकार स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
शासन की अनूठी पहल 30 अक्टूबर से 'बस्तर ओलंपिक 2025' का विकासखंड कोयलीबेड़ा स्तरीय आयोजन आज पखांजुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में भव्यता के साथ शुरू हुआ। इस ओलंपिक का मुख्य उद्देश्य बस्तर संभाग के जनजातीय और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं की खेल प्रतिभा को पहचानना और उन्हें खेल की मुख्यधारा से जोड़कर पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करना है।नगर पंचायत पखांजुर के अध्यक्ष नारायण साहा ने मुख्य अतिथि के रूप में इस तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ किया। विशिष्ट अतिथियों में श्यामबती मंडावी (अध्यक्ष जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा), मंजू सरदार उपाध्यक्ष, टी.आर. देवांगन एस डी एम पखांजुर, और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
शुभारंभ समारोह में, मुख्य अतिथि श्ने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा, "पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी क्षेत्र का नाम रोशन करें विद्यार्थी।" उन्होंने जोर देकर कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल खेल नहीं है, बल्कि यह "बस्तर की समरसता, बंधुत्व, विश्वास और एकता का प्रतीक" है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मंच से अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकलेंगे जो पूरे विश्व में बस्तर का नाम ऊंचा करेंगे।
कोयलीबेड़ा ब्लॉक की सभी 103 ग्राम पंचायतों और स्कूलों के खिलाड़ी इस आयोजन में भाग ले रहे हैं।
दो वर्ग: प्रतियोगिता को जूनियर वर्ग (14 से 17 वर्ष) और सीनियर वर्ग कोई आयु बंधन नहीं में बांटा गया है।
इस वर्ष नक्सली हिंसा में दिव्यांग हुए खिलाड़ियों और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली खिलाड़ियों के लिए संभाग स्तर पर भी प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।
एथलेटिक्स दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, गोला फेंक, तीरंदाजी,बैडमिंटन, फुटबॉल, खो-खो, कबड्डी और व्हालीबाल सहित विभिन्न खेलों का आयोजन किया जा रहा है।
प्रतीकात्मक शुभारंभ मुख्य अतिथि और उदय नाग मुख्य कार्यपालिका अधिकारी जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा ने गोला फेंक कर किया।
प्रतियोगिता को सफल बनाने में एस सी बैध, अशोक कुमार टांडिया, खेल के संयोजक एवं निर्णायक भोला प्रसाद ठाकुर, संतोष जायसवाल, परिमल राय, व्यायाम शिक्षक शंभू साहा, जगत राम ध्रुव सहित ग्राम पंचायत सचिवों और जनपद पंचायत के कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
