*बांदे के कोरेनार बीएसएफ बटालियन जवानों के साथ स्थानीय ग्रामीण एवं शासकीय कर्मचारियों ने पौधा रोपण किया*
*रिपोर्टर /उत्तम बनिक पखांजूर*
बांदे! सीओबी कुरेंनार, 94 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने आज कमांडेंट, 94 बटालियन बीएसएफ के मार्गदर्शन में सामुदायिक वृक्षारोपण अभियान 2025 का आयोजन कुदालनाला के जलग्रहण क्षेत्रों में किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व सत्येन्द्र मोहन,एसी ने लगभग 50 बीएसएफ जवनो के साथ किया।कार्यक्रम में स्थानीय सामाजिक समुदाय और विभिन्न शासकीय विभागों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रमुख प्रतिभागियों में निरंगु राम गोट्टा (सरपंच,कोरेनार पंचायत), राजू आचला (सरपंच, पीवी-84), गड्डू राम आचला (पटेल, पड़ेगा), अजीत मंडल ग्राम प्रमुख पीवी-103,वृंदावन मंडल (ग्राम मुखिया, पीवी-102), हेमंत नेताम (बीएलओ, कुर्रेनार), जैलाल धुर्य (शिक्षक, कुरेंनार स्कूल) एवं महेंद्र धुर्व (बीएलओ, कुर्रेनार) शामिल रहे। इनके अतिरिक्त क्षेत्र के विद्यालय छात्र-छात्राएं,आंगनवाड़ी सहायिका,कार्यकर्ता,वन विभाग के कर्मचारी तथा लगभग 215 ग्रामीणों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान 800 पौधे जिसमें फलदार पौधे के साथ विभिन्न प्रकार के नीम,आम,सागौन, कटहल और महुआ उपयुक्त स्थलों के विस्तृत सर्वेक्षण के बाद रोपे गए। वृक्षारोपण के बाद सभी प्रतिभागियों ने इन पौधों की पूरे वर्ष देखभाल करने का संकल्प लिया, ताकि उनकी सुरक्षा एवं दीर्घकालिक पर्यावरणीय लाभ सुनिश्चित हो सके। साथ में आने वाले समय पर लोगों को फल के साथ छाया का लाभ मिल सके,
इस अवसर पर कम्पनी कमांडेट सत्येन्द्र मोहन सीओबी कुरेंनार ने कहा कि यह पहल भारत सरकार के हरित आवरण बढ़ाने और आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को संरक्षित रखने के मिशन का हिस्सा है । उन्होंने यह भी बताया कि कुदालनाला जलग्रहण क्षेत्रों में वृक्षारोपण से मृदा अपरदन रोकने तथा स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुधारने में मदद मिलेगी। बीएसएफ जवानों ने ग्रामवासियों, स्थानीय पंचायतों, शिक्षकों, छात्रों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और वन विभाग के अधिकारियों को जोड़कर जलवायु परिवर्तन से निपटने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में सामूहिक जिम्मेदारी का उदाहरण प्रस्तुत किया।
यह वृक्षारोपण अभियान, बीएसएफ द्वारा इस वर्ष आयोजित कई पर्यावरणीय गतिविधियों में से एक है, जिसका उद्देश्य सुरक्षा बल और सामाजिक समुदाय के बीचआपसी संबंधों को मजबूत करना है, साथ ही एक स्वच्छ और हरित क्रांति के तहत धरती के निर्माण में योगदान देना है। अब तक, 94 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने स्थानीय समुदाय के सहयोग से इस वर्ष लगभग 5,000 से अधिक पौधे लगा चुके हैं। इस कार्यक्रम की ग्रामीणो समेत क्षेत्र के लोग सहरानीय कार्य बताया!