चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई यूपी
कार्तिक पूर्णिमा बेरिया घाट पर अभागिन मां ने नवजात शिशु को जन्म देकर झाड़ी में फेंका।
मल्लावां कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर मल्लावां क्षेत्र में लगे राजकीय मेला बेरिया घाट गंगा तट पर लाखों श्रद्धालु जहां पुण्य कमाने के लिए स्नान करने आते हैं वहीं एक मां कुमाता बन अपनी नवजात बच्ची को लावारिस हालत में कपड़े में लपेटकर गंगा तट पर झाड़ियां में फेंक देती है। जैसे ही यह खबर मेला में आए हुए श्रद्धालुओं को लगी सभी उस मां को कोसने लगे जिसने यह निकृष्ट कार्य किया। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात लगभग 12:00 बजे श्रद्धालु मंजेश कुमार पुत्र अजय पाल निवासी पहिरा कला थाना कछौना गंगा स्नान करने के लिए जा रहे थे समय लगभग रात का 12:00 बज रहा था जब उन्हें झाड़ियां में किसी नवजात बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी।उन्होंने मोबाइल की टॉर्च में उस बच्ची को देखा और बच्ची को उठाकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए एंबुलेंस की सहायता से बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मल्लावां लाया गया जहां पर डॉक्टर दिव्यांशु चंद्रा ने प्राथमिक उपचार करते हुए बच्ची को सुरक्षित बताया।
डॉक्टर का कहना था कि लावारिस हालत में मिली बच्ची का टीकाकरण किया गया है फिलहाल वह सुरक्षित है बच्ची को मंजेश कुमार के ही सुपुर्द किया गया है। बताया गया कि मंजेश की कोई संतान नहीं है फिलहाल वह बच्ची को अपने पास रखकर काफी खुश नजर आया डॉक्टर ने भी उसका नामकरण गंगा कर दिया।
