Etawah News: सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटवाने पहुंचा प्रशासन, अधिकारी रहे मौजूद
रिपोर्ट मनोज कुमार
जसवंतनगर/इटावा: क्षेत्र के ग्राम भैंसान में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब प्रशासनिक टीम न्यायालय के आदेश पर सरकारी स्कूल की जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंची। इस दौरान एक महिला ने मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह की धमकी दी। मौके पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह भीड़ का सहारा लेकर भाग कर गायब हो गई।जानकारी के अनुसार, ग्राम भैंसान में स्थित सरकारी स्कूल की करीब साढ़े छह बीघा जमीन पर कई लोगों ने लंबे समय से अवैध कब्जा कर रखा था। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन था, जिसमें लगभग एक वर्ष पूर्व अदालत ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कब्जा हटाने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके कब्जेदारों ने जमीन खाली नहीं की।
उप जिलाधिकारी कुमार सत्यम जीत ने बताया कि कब्जेदारों को न्यायालय के आदेश के अनुपालन हेतु तीन बार नोटिस भेजे गए थे, परंतु वे टस से मस नहीं हुए। गुरुवार को प्रशासन ने पुलिस बल के साथ गांव पहुंचकर कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू की। अवैध कब्जेदारों द्वारा बाधा डालने के बावजूद प्रशासन ने कार्रवाई जारी रखी और एक गली निर्माण में बाधा बन रही पक्की सीढ़ियों को जेसीबी से तुड़वाया गया। इसके अलावा एक मैदान में बनाए गए टिन शेड व उसमें बांधे गए जानवरों को हटाकर जमीन को कब्जा मुक्त किया गया।कार्रवाई के दौरान दो कब्जेदारों ने 24 घंटे का समय मांगा, जिसे प्रशासन ने सशर्त मंजूरी दे दी। तय समय सीमा के भीतर यदि कब्जा नहीं हटाया गया तो पुनः सख्त कार्रवाई की जाएगी और स्कूल के सामने खाली कराई जा रही जमीन पर पार्क बनाने की योजना अमल में लाई जाएगी।उक्त गाँव के रहनेवाले दर्शन सिंह ने स्कूल की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए न्यायालय की शरण ली थी जिसके अनुपालन में प्रशासन ने जमीन को कब्जा मुक्त कराया है।
पुलिस उपाधीक्षक आयुषी सिंह ने बताया कि शांतिपूर्ण कार्रवाई के लिए थाना जसवंतनगर, बलरई, बढ़पुरा, पछायगांव, महिला थाना व रिजर्व पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया था। साथ ही तहसीलदार नेहा सचान, बीडीओ उदयवीर दुबे, क्षेत्रीय लेखपालों व पालिका टीम ने संयुक्त रूप से अभियान में भाग लिया।गांव में प्रशासनिक कार्रवाई के चलते अफरा-तफरी का माहौल बना रहा, लेकिन प्रशासन ने संयम के साथ कार्रवाई को अंजाम दिया।
पीड़ितों ने बताया स्कूल की जगह गाटा संख्या 461 में है. और हमारी झोपडी वगैरह गाटा संख्या 462 में बनी हुई थी. इसके अलावा इसी जगह को लेकर हमारा मुक़ददमा जिलाधिकरी के यहाँ प्रचलित था. जिसकी आज 7.8.2025 को ही सुनवाई होनी थी. और हम लोग जिलाधिकरी के यहाँ तारीख़ पर आये थे मगर आज डी. एम.अदालत में बैठे ही नहीं थे. तब तक प्रशासन ने ये अबैध कार्यवाही कर दी है.