*परलकोट के मुख्य सड़क जर्जर अवस्था में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौन!*
*सड़क पर चलने वाले राहगीर अपनी जान जोखिम में लेकर यातायात करते हैं*
*रिपोर्टर- उत्तम बनिक पखांजूर*
परलकोट की लाइफ लाइन कही जाने वाली एक मात्र मुख्य सड़क एस एच 25 का बुरा हाल है जगह जगह बड़े बड़े गड्ढे हो गए है। जिसका जिताजगत उदाहरण इरपानार् की मुख्य बाजार स्थल के सड़क किनारे पर बना गहरा गड्ढा ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। सड़क के नजदीक पूरे बाजार का पानी पाइप पुलिया के जरिये जाता है। लेकिन पुलिया के पास ही सड़क किनारे बड़ा गड्ढा हो गया है।पानी निकाषी नही होने की वजह से पूरेइरपानार् बाजार का पानी सड़क के ऊपर से बहाते हुए पुलिया के उस पार गिरता है, इसी वजह से वह सड़क किनारे बड़ा गड्ढा बना गया है। यह सड़क छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र राज्य को जोड़ती है दिनभर यहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। रात के समय गड्ढा दिखाई नहीं देने से लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि गड्ढे से कई लोग चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीण अनुकूल बैरागी ने बताया कि वह भी कई बार इस गड्ढे से बचे हैं। क्योंकि दिन के समय में तो यह गड्ढा दिखाई दे जाता है, लेकिन रात के समय में इसका पता नहीं चलता और लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। ग्रामीण दुर्गु नरेटी,तापस हालदार,भोला मृधा,राजेंद्र पाल,अजय सिकद्दार,सुशांत मंडल आदि ने बताया कि सड़क पर बने गड्ढे को लगभग पांच साल गुजर चुके हैं। ग्रामीणों ने स्वयं ही हिम्मत जुटाकर इस गड्ढे को मिट्टी, मुरुम से हर साल भर दिया जाता है। लेकिन जैसे ही बरसात आती तो गड्ढे से मिट्टी अंदर की और धंस और बह जाती और फिर से यहां गड्ढा बन जाता है। ग्रामीणों ने कहा की हमारी ज्वलंत सील समस्या को ना तो ग्राम पंचायत देखते हैं और ना ही लोक निर्माण विभाग इस और ध्यान दे रहा है हम ग्रामीण मांग करते हैं कि जल्द से जल्द विभाग द्वारा गड्ढे भर दिया जाए। ताकि सुचारू रूप से आवागमन शुरू हो सके।
रात के समय बढ़ जाती है अधिक परेशानी
भाजपा बांदे मंडल उपाध्यक्ष उत्तम बनिक का कहना है कि गड्ढा सड़क के बिल्कुल किनारे पर बना हुआ है। गड्ढे के कारण रात के समय वाहन चालकों की परेशानी अधिक बढ़ जाती है। रात के समय सड़क पर रोशनी की उचित व्यवस्था नहीं है। वहीं वाहनों की लाइटों में गड्ढा स्पष्ट दिखाई नहीं देता। कई बार वाहन चालक गड्ढे में गिरकर हादसे का शिकार हो चुके हैं। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से सड़क किनारे बने गड्ढे को बंद करने की मांग की है।