क्राइम ब्यूरो _ मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
*भीषण गर्मी ने ली मासूम की जान, पेयजल संकट से बेहाल ग्रामीण*
*यह सिर्फ एक मासूम की मौत नहीं, बल्कि एक प्रशासन के लिए चेतावनी है*
मसौली, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते तापमान और चिलचिलाती धूप ने अब जानलेवा रूप ले लिया है। मंगलवार को मसौली क्षेत्र के ग्राम डुबकी में एक वर्षीय मासूम बच्चे की गर्मी से बेसुध होकर गिरने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों के अनुसार डुबकी निवासी फतेह खां का मासूम बेटा सुऐब अन्य बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। दोपहर के समय तेज धूप और उमस के बीच खेलते हुए वह अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। परिजन उसे तुरंत सीएचसी बड़ागांव लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन जब तक परिजन सुऐब को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।परिजनों का कहना है कि मंगलवार को तापमान असहनीय था और गांव में पीने के पानी की भी कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। पानी के लिए हैंडपंप या नल की सुविधा न होने के कारण ग्रामीणों को दूर-दराज के स्रोतों से पानी लाना पड़ता है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा असर पड़ रहा है। इस दर्दनाक घटना ने प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी है। जहां एक ओर सरकार "हर घर नल, हर घर जल" जैसे नारे दे रही है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में न तो पीने का साफ पानी है और न ही गर्मी से बचाव के कोई इंतजाम। गांव के लोगों का कहना है कि यदि समय रहते प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं और पानी की सुविधा होती, तो मासूम सुऐब की जान बचाई जा सकती थी। यह सिर्फ एक मासूम की मौत नहीं, बल्कि एक चेतावनी है—यदि अब भी प्रशासन नहीं जागा, तो भीषण गर्मी और बदहाल व्यवस्थाएं न जाने कितनी और जिंदगियों को लील जाएंगी।