क्राइम ब्यूरो _ मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
*निजी वाहन से समाजसेवा अब पड़ेगा मंहगा, यूपी परिवहन विभाग वाहन मालिकों को असमाजिक बनाने में जुटा**निजी वाहनों पर कामर्शियल उपयोग के बहाने फिर रफ्तार पकड़ रहा सीज के दबाव का खेल*
*परिवहन विभाग विभिन्न मार्गो पर संघन चेकिंग के दौरान 14 निजी वाहन किए सीज*
बाराबंकी। अपना देश भारत भले ही कहता हो कि समाज सेवा करो, लोगों की जरूरत पर मदद करो लेकिन यूपी की योगी सरकार का संरक्षण नौकरशाहों यानी प्रशासनिक अधिकारियों पर कुछ इस तरह सर चढ़ कर बोल रहा है कि निजी वाहन रखना भी लोगों के लिए सर दर्द साबित होने लगा है। बड़ी बड़ी बसें भले ही डग्गामारी में सरकार को लाखों करोड़ों का चूना लगाएं लेकिन अगर निजी वाहन भाई चारे में किसी को मांगे दिया तो बेलगाम हो रहा प्रशासनिक अमला चालान, जांच में विश्वास नहीं रखता। अहम ब्रहास्मि की तर्ज पर सीधे सीज की कार्रवाई का दबाव बनाने लगा है। जबकि देखा जाए तो सीज की कार्रवाई कानूनविद ज्ञानियों की मानें तो बहुत ही सीरियस क्राईम में करना चाहिए ना कि निकले वसूली पर जिसने दिया उसको छोड़ा जिसने नहीं दिया वो सीज। इसका यह मतलब बिलकुल नहीं है कि अधिकारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया जा रहा है। लेकिन भारी भ्रष्टाचार की उफनाई गंगा में ये क्या पकड़ने वाला ही तय करेगा कि उसने सही पकड़ा या गलत इसके लिए तो न्याय विभाग पर भी कुछ छोड़ना चाहिए। कम से कम सीज केस में तो जरूर, क्योंकि ये किसी कि व्यक्तिक स्वतंत्रता पर प्रशासनिक गुण्डागर्दी से अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता। फिलहाल जानकारी अनुसार संभागीय परिवहन विभाग के अनुसार नियमो का अनदेखी कर फर्राटा भरने वाले वाहनो पर शिंकजा कसने मे जुटे जनपद के परिवहन विभाग का विशेष संघन चेकिंग अभियान में सोमवार को सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन प्रवर्तन अंकिता शुक्ला व यात्री मालकर अधिकारी रवि चन्द्र त्यागी की संयुक्त टीम ने लखनऊ-बाराबंकी, बाराबंकी-अयोध्या, बाराबंकी-गोण्डा समेत विभिन्न मार्गो पर संघन चेकिंग के दौरान 14 वाहनो को सीज किया। अभियान की जानकारी होने पर निजी वाहन संचालको मे हड़कम्प मच गया। इस सम्बन्ध मे एआरटीओ ने बताया कि ओवरलोड़, बिना रजिस्टेशन, प्राइवेट का व्यवसायिक उपयोग मिलने पर कुल 14 वाहनो को थानो मे निरुद्ध किया गया।