हरदोई माधौगंज , चकबंदी विभाग की घोर लापरवाही से हो रहे निर्माण कार्य मे दो पक्षों में चले लाठी डंडे वीडियो वायरल।
चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई यूपी
मल्लावा हरदोई थाना क्षेत्र के ग्राम मटिया मऊ में मकान निर्माण को लेकर के जमकर चले लाठी डंडे वीडियो हुआ वायरल पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया।जानकारी के अनुसार थाना मल्लावां के ग्राम मटियामऊ में जमीन संबंधित विवाद को लेकर के काफी दिनों से राजस्व विभाग एवं चकबंदी की देखरेख में विवाद शांत नहीं हो पा रहा था। लिहाजन दोनों पक्षों में मारपीट की घटना का अंजाम दिया गया। मारपीट के बाद दोनों पक्षों की रिपोर्ट स्थानीय मल्लावा थाने में दर्ज हुई मेडिकल परीक्षण के बाद दोनों पक्षों को रेफर किया गया।मटियामऊ निवासी शिकायतकर्ता शाह नूर पुत्र मोहम्मद अली ने बताया कि मैं अपना अधूरा पड़ा मकान बना रहा था इसी दौरान गांव के तौफीक पुत्र खलीकुल मकान बनाने से मना किया जिस पर दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। मामला थाने तक पहुंचा पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू की वही तौफीक पुत्र खलीकुल ने बताया कि मेरी ग़ैर मौजूदगी में मेरे भूमि धरी नंबर में जिसकी गाटा संख्या 1893 है। गांव के शहनूर पुत्र मोहम्मद अली ने 10 विशुवा पर कब्जा कर लिया था जिसको कब्जा मुक्त कराने के लिए मै चकबंदी विभाग के चक्कर लगाता रहा इसी दौरान उक्त लोग मेरे 10 विशुवा नंबर पर काबिज बने रहे जिसमें दो विशुवा में बाल बाउंड्री खडी कर के शहनूर आदि ने कब्जा कर लिया था। उप जिलाधिकारी बिलग्राम के आदेशानुसार चकबंदी विभाग से कब्जा मुक्त कराने का आदेश दिया गया परंतु चकबंदी विभाग ने आठ विशुवा जमीन पर ही कब्जा दिलवा पाया।
शेष दो बिशुवा जमीन अतिक्रमण में ही छूट गई जिस पर शहनूर पुत्र मोहम्मद अली काबिज रहे। दिनांक 19 दिसंबर को बिलग्राम तहसील दिवस में पीड़ित तौफीक द्वारा प्रार्थना पत्र देकर मांग की गई कि उक्त अतिक्रमण की जमीन को टीम बनाकर खाली करा कर मुझे कब्जा दिलवाया जाए जिस पर अपर जिला अधिकारी प्रियंका सिंह ने टीम बनाने का आदेश जारी किया। जिसकी सूचना विपक्षी शहनूर को हो गई कि उक्त जमीन को चकबंदी विभाग द्वारा पुनः खाली कराने का आदेश दिया गया है। इसी क्रम में दिनांक 25 दिसंबर को शहनूर पुत्र मोहम्मद अलीआदि लोगों ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया जिस पर तौफीक पुत्र खलीकुल आदि लोगों ने निर्माण कार्य करने से मना किया मना करने दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और दोनों पक्षों को चोट आने से थाना पर तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत किया गया। सूत्रों से मिली जानकारी कि इस पूरे विवाद की जड़ चकबंदी विभाग ही है जिसने दोनों पक्षों की बात को सुनकर अनसुनी की और अपर जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर अभी भी अनदेखी की जा रही है एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी अभी तक टीम गठित होने के बाद मौका निरीक्षण नहीं किया गया यदि मौका निरीक्षण हो जाता और दोनों पक्षों को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा जाता तो शायद यह विवाद भयानक रूप नहीं लेता।
