छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश ब्यूरो चीफ मनीष इंगोले की रिपोर्ट
छिंदवाड़ा: ओवर रेट पर खाद बिक्री का आरोप, अधिकारी कार्रवाई से बचते नज़र आए—कलेक्टर कब लेंगे संज्ञान?
छिंदवाड़ा जिले में सेवा सहकारी समिति में खाद की ओवर रेटिंग और कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। आरोप है कि समिति के प्रबंधक सुरेंद्र महोरे, गोदाम इंचार्ज संदीप माहौरे और लिपिक अमित गुप्ता द्वारा किसानों को निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर खाद बेची जा रही थी।जिला प्रशासन की ओर से पहले ही ओवर रेट पर बेचने वालों के खिलाफ बिना FIR जेल आदेश अधिकारी को दे चुके है निर्देश जारी किए जा चुके हैं, जिसके बारे में सभी विभाग प्रमुख और समिति कर्मचारी भली-भांति जानते हैं। बिल–वाउचर में रेट स्पष्ट होने के बावजूद विभाग द्वारा अभी तक कोई ठोस कार्रवाई न होना कई सवाल खड़े करता है।
जांच अधिकारी मीडिया से बचते नज़र आए
मामले की जांच कर रहे अधिकारी जी.एस. डेहरिया से मीडिया ने मौके पर ही प्रतिक्रिया मांगी, लेकिन उन्होंने जवाब देने से बचते हुए कार्यालय में मिलने को कहा।
जब मीडिया उनके ऑफिस पहुँची तो पता चला कि अधिकारी घर जा चुके हैं।
कॉल करने पर कई बार प्रयास के बावजूद उनका फोन भी नहीं लगा।
इससे विभागीय पारदर्शिता पर संदेह गहराने लगा है।
क्या GS घागरे की भूमिका भी आएगी सामने?
सूत्रों के अनुसार इस श्रंखला में जीएस घागरे का नाम भी सामने आ रहा है।अब देखना यह है कि विभाग इस पूरे मामले में कितनी दूर तक जांच की रफ्तार को आगे बढ़ाता है।
कलेक्टर क्या लेंगे संज्ञान?
कलेक्टर द्वारा हाल ही में अन्य सोसाइटियों में ओवर रेटिंग करने वालों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
फिर भी सवाल यह है कि—
इस सोसाइटी में FIR अभी तक क्यों नहीं की गई?
दोषी कर्मचारियों का निलंबन कब होगा?
विभागीय प्रबंधक और जांच अधिकारी कार्रवाई से दूरी क्यों बना रहे हैं?
जिले में ऐसी कितनी सोसाइटियाँ हैं जहाँ इसी प्रकार खाद की ओवर रेट पर बिक्री की जा रही थी, इसकी जांच भी जरूरी हो गई है।
फिलहाल, जिला प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नज़रें टिकी हैं।
जांच अधिकारी
1.जी एस डेहरिया उपायुक्त सहकारिता जांच प्रमुख
2.धीरज ठाकुर कृषि विभाग
3.एन के पटवारी एसडीओ
4.डी एस घाघरे एस डी ओ मोहखेड़
5.पी एस माहौरे सहकारिता निरीक्षण

