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कांकेर: बस्तर जेडी राकेश पांडे के खिलाफ शिक्षकों का उग्र प्रदर्शन, 7 नवंबर को स्कूलों में तालाबंदी की चेतावनी

 बस्तर जेडी राकेश पांडे के खिलाफ शिक्षकों का उग्र प्रदर्शन, 7 नवंबर को स्कूलों में तालाबंदी की चेतावनी।


पत्रकार स्वतंत्र नामदेव 

कांकेर जिला ब्यूरो 

बस्तर संभाग के संयुक्त संचालक  राकेश पाण्डेय की कथित तानाशाही और दमनकारी कार्यवाहियों के विरोध में अब शिक्षकों और शिक्षक-कर्मचारी संगठनों ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। जेडी राकेश पांडे को पद से नहीं हटाए जाने पर 7 नवंबर को पूरे बस्तर संभाग के स्कूलों में तालाबंदी की चेतावनी दी गई है।

शिक्षक संगठनों ने "जेडी भगाओ, बस्तर बचाओ" मुहिम के तहत 'शिक्षक आक्रोश रैली' के रूप में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है:

 3 व 4 नवंबर को पूरे संभाग के शिक्षक काली पट्टी बांधकर अपनी संस्था में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करेंगे।

  7 नवंबर तक यदि जेडी पर कार्रवाई नहीं होती है, तो पूरे बस्तर संभाग के सभी स्कूलों में पूर्ण तालाबंदी की जाएगी।

इस आंदोलन को अन्य कर्मचारी संगठनों का भी पूर्ण समर्थन मिल रहा है।

 शिक्षकों और कर्मचारी संगठनों ने 3 नवंबर को संयुक्त संचालक द्वारा बुलाई गई बैठक का बहिष्कार कर दिया है।

 कर्मचारी नेताओं का कहना है कि जो अधिकारी शिक्षकों, खासकर मातृ शक्तियों से अभद्रता करता है, उन्हें प्यून, स्वीपर कहकर अपमानित करता है, वह शिक्षकों का भला नहीं कर सकता।

  संगठनों ने जेडी पर पदोन्नति  को आत्मरक्षा का फंडा बनाने का आरोप लगाया है, ताकि कर्मचारी संगठन उनके साथ दिखें। पदोन्नति प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की बू आने का आरोप लगाते हुए, संगठनों ने बस्तर कमिश्नर से पारदर्शिता सुनिश्चित करने और जेडी राकेश पांडे को इस प्रक्रिया से दूर रखने की मांग की है।

शिक्षक संगठनों के अनुसार, जेडी राकेश पाण्डेय का विवादों से पुराना नाता रहा है, रायपुर संभाग में जेडी रहते हुए वह कथित 'खेलगढ़िया महा घोटाले' में चर्चित रहे थे। एक जगह से हटने पर तो आतिशबाजी तक की गई थी। बस्तर में पोस्टिंग के बाद शिष्टाचार भेंट के दौरान भी उन्होंने कर्मचारी संगठनों से बदसलूकी की। उन्होंने ज्ञापन फेंक दिया और कर्मचारी नेताओं से कहा, "ज्ञापन लाने से अच्छा अपनी डेली डायरी लेकर आना," और "मुझे ज्ञापन देकर काम करना मत सिखाना।" साथ ही, ऑफिस में जींस पहनकर और मोबाइल लेकर न आने की चेतावनी दी थी।

शिक्षकों ने इससे पहले 16 अक्टूबर को स्वप्रेरित होकर पैदल मार्च कर बस्तर कमिश्नर, कलेक्टर और अन्य उच्च अधिकारियों को जेडी राकेश पांडे को तत्काल हटाने के लिए ज्ञापन सौंपा था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे शिक्षक समाज में उग्र आक्रोश है।

संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, कांकेर सांसद भोजराज नाग और बस्तर सांसद महेश कश्यप को भी ज्ञापन दिया जा चुका है, और शिक्षक समाज को अब शीघ्र न्याय की उम्मीद है।



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