दो हेक्टेयर राजस्व भूमि पर लगे पेड़ो की बली।राजस्व भूमि पर अवैध कब्ज़ा।
पत्रकार स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
दो हेक्टेयर राजस्व भूमि को अवैध कब्जा ग्राम पंचायत चाणक्यपुरी और हरनगढ़ के सीमावर्ती पहाड़ पर स्थित उस भूमि पर की गई है, जिस पर वन विभाग द्वारा 2012 में लगभग चार हजार वृक्षारोपण (सागौन एवं बांस) किया गया था।
जानकारी के अनुसार, खोकन तालुकदार निवासी चाणक्यपुरी नामक व्यक्ति ने वन विभाग द्वारा वर्ष 2012 में पौधा रोपण की गई राजस्व भूमि के एक बड़े हिस्से पर अवैध रूप से कब्ज़ा कर धान फसल एवं तालाब बनाया है।
ग्रामीण धनी राम दुग्गा, रघु राम उसेंडी, मजीद उसेंडी, ने बताया कि अतिक्रमणकारी ने इस ज़मीन पर शासन द्वारा लगाए गए हजारों पौधों को जलाकर नष्ट कर दिया, जिससे जंगल को भारी नुकसान हुआ।
यह मामला तब सामने आया जब ग्राम हरनगढ़ के ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, वनमण्डलाधिकारी पश्चिम भानुप्रतापपुर ने तत्काल जाँच के आदेश दिए।
शिकायत के आधार पर, वन विभाग एवं राजस्व विभाग की एक संयुक्त टीम जाँच के लिए मौके पर पहुंची। जाँच के दौरान पता चला कि यह भूमि राजस्व विभाग के अभिलेखों में दर्ज है और खोकन तालुकदार ने लगभग 2 हेक्टेयर भूमि पर अवैध रूप से कब्ज़ा कर धान फसल लगाया है, एवं एक तालाब भी बनाया है।
वन अमले और राजस्व विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर ज़मीन को कब्ज़ा मुक्त करने की आवश्यक कार्रवाई की।
वन परिक्षेत्र अधिकारी, कापसी देवदत्त ताराम ने बताया कि शासकीय भूमि से कब्ज़ा हटाने के बाद, अतिक्रमणकारी खोकन तालुकदार के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि अतिक्रमणकारी द्वारा जंगल को पहुंचाए गए नुकसान की राशि की वसूली भी की जाएगी।
ग्रामीणों ने मांग किया है कि जल्द से जल्द अतिक्रमण हटाकर पुनः पौधारोपण किया जाए इस दौरान ग्रामीण जयंत मंडावी, गंगा राम, दयाराम, अनिल,उमेश उसेंडी, तिलक साहू, रामू राम, मानसिंह, विकेल पद्मा, सुखलाल, मेघनाथ उसेंडी, सहित सैकड़ों ग्रामीण जन उपस्थित रहे।