भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद खाद निरीक्षक मनोज सरकार का तबादला हुए बीस दिवस बीत जाने के बाद भी पखांजूर कार्यालय से भारमुक्त नहीं हुए।
पत्रकार - स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
लंबे समय से विवादों में घिरे रहे खाद निरीक्षक मनोज सरकार का अंततः तबादला कर दिया गया है। उन पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप थे, जिसके बाद पत्रकार समूह की शिकायत पर कृषि विभाग ने यह कार्रवाई की है। उन्हें 3 सितंबर को परलकोट से हटाकर भानुप्रतापपुर विकासखंड के कोरर क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया है।
यह निर्णय संयुक्त संचालक कृषि, बस्तर संभाग, जगदलपुर द्वारा लिया गया है। मनोज सरकार पर पिछले 17 वर्षों से अपने पैतृक निवास में पदस्थ रहकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के कई मामले सामने आए थे। निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अस्थायी रूप से कोरर भेजा गया है। उनकी जगह पर कोरर के कृषि विकास अधिकारी अनिमेश गावड़े को पखांजूर का प्रभार सौंपा गया है।
मनोज सरकार के खिलाफ कार्यालयीन कार्यों में अनियमितता और विभाग की छवि खराब करने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इन्हीं शिकायतों की गहन और निष्पक्ष जांच के लिए उनका स्थानांतरण आवश्यक माना गया।
हालांकि, तबादला होने के बाद ना ही मनोज सरकार छुट्टी पर चले गए हैं और उन्होंने अभी तक न तो अपना पदभार ग्रहण किया है और न ही पखांजूर कार्यालय से कार्यमुक्त हुए हैं।
इस संबंध में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कोयलीबेड़ा नवलू राम नेताम से बात करने पर उन्होंने बताया मनोज सरकार वर्तमान में आठ दिन के आकस्मिक अवकाश पर है, जॉइनिंग करते ही उन्हें भारमुक्त किया जाएगा।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच में क्या सामने आता है और क्या मनोज सरकार पर लगे आरोपों की पुष्टि हो पाती है।