बांदे सहकारी समिति में किसानों का 'सूक्ति' पर भारी आक्रोश; उच्च-स्तरीय जाँच की माँग
पत्रकार - स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बांदे में आज आयोजित आम सभा में किसानों ने पिछले वर्ष की धान खरीदी में हुए कथित सूक्ति को लेकर जमकर हंगामा किया और अपना भारी आक्रोश व्यक्त किया।आज हुई आम सभा में समिति से जुड़े सैकड़ों किसान, स्थानीय जनप्रतिनिधि, लैंपस मैनेजर अधीर दास, शाखा प्रबंधक घनश्याम झारियां सहित समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।किसानों के आक्रोश का मुख्य केंद्र 'सूक्ति' के नाम पर कथित वित्तीय अनियमितताएँ थीं। किसान लखन देवनाथ ने कहां धान खरीदी के दौरान उनसे प्रति क्विंटल धान पर ढाई किलो अतिरिक्त धान 'सूक्ति' के नाम पर लिया गया। उनका दावा है कि केंद्र प्रभारी द्वारा ली गई इस अतिरिक्त मात्रा को समिति के खाते में जमा नहीं किया गया, जिसके कारण समिति को करोड़ों रुपए का सीधा घाटा उठाना पड़ रहा है। किसानों ने कहा कि इसी वित्तीय नुकसान के चलते समिति बड़े संकट में है।
धान खरीदी घोटाले के अलावा, किसानों ने आम सभा में कई अन्य गंभीर समस्याओं को भी उठाया:
खाद की समस्या: किसान उत्तम बनीक, आशित सरकार ने शिकायत की कि कठिन परिश्रम के बावजूद उन्हें समय पर खाद उपलब्ध नहीं हो पाता है।
ऋण (लोन) की समस्या: किसान रंजीत पाल ने कहा समय पर ऋण न मिलने के कारण किसानों को आर्थिक खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
किसान बीमा: रंजीत सरकार ने कहा किसान बीमा योजनाओं की प्रक्रियाओं पर भी असंतोष व्यक्त किया गया और कई सवाल खड़े किए गए।
आम सभा में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के सीईओ रवि पंसारी की अनुपस्थिति पर भी ग्रामीणों ने भारी रोष व्यक्त किया।
इस दौरान सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे और उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करने की मांग की। किसानों ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और धान खरीदी में हुए कथित घोटाले की उच्च-स्तरीय जांच नहीं हुई, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस संबंध में शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित बांदे घनश्याम झारियां से बात करने पर उन्होंने बताया जल्द ही किसानों के सभी मुद्दों पर जांच कराई जाएगी और जांच के बाद दोषियों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
