दुर्गूकोंदल ब्लॉक के पुजारीपारा में प्राथमिक शाला भवन जर्जर, छात्र परेशान
पत्रकार स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
चार माह बाद भी नया भवन स्वीकृत नहीं, प्रशासन की चुप्पी पर ग्रामीण नाराज
विकासखण्ड के ग्राम पुजारीपारा का प्राथमिक शाला भवन अपनी जीर्ण-शीर्ण अवस्था से अब खतरनाक साबित हो रहा है। छत से टपकते पानी, दीवारों में दरारें और जर्जर फर्श के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में बच्चों को खुले में पढ़ाई करवानी पड़ती है, जिससे उनकी पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ रहा है,ग्राम के सरपंच श्री सियाराम मंडावी ने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री को आवेदन दिया गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय से जिला कलेक्टर कांकेर को कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया। इसके बाद जिला मिशन समन्वयक, समग्र शिक्षा उत्तर बस्तर कांकेर ने खण्ड शिक्षा अधिकारी दुर्गूकोंदल को निरीक्षण कर सभी आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। सरपंच ने बताया कि उन्होंने समय पर स्टीमेट, की एस और सभी जरूरी दस्तावेज खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंप दिए थे।इसके बावजूद 3 से 4 माह बीत जाने के बाद भी नए भवन की स्वीकृति नहीं मिली है। सरपंच ने बताया कि जब वे इस मामले में
ग्रामीणों ने मांग की है कि प्राथमिक शाला भवन का निर्माण जल्द स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ किया जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुरक्षित और सुचारु रूप से हो सके। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी बताया है कि प्राथमिक शाला पुजारी पारा भवन की स्थिति अत्यंत जर्जर होने की जानकारी मिली है नया भवन की स्वीकृति हेतु प्रस्ताव उच्च कार्यालय को भेजा गया है जल्दी स्वीकृत होने की बात कही
