रेहान ख़ान रिपोर्टर फर्रुखाबाद 9452755077
फर्रुखाबाद: भाजपा सांसद के पड़ोसी सफाई कर्मी के पति नें जहरीला पदार्थ खा लिया था| उसने सांसद मुकेश राजपूत पर दूसरे पक्ष की मदद करनें का आरोप जड़ा था| इसके इतर मौरम व्यापारी नें भी भूमि विवाद में सांसद पर आरोप लगाये थे| सांसद नें जबाब में कहा कि उनकी ही पार्टी के कुछ नेता सपाईयों के साथ गठजोड़ कर उन्हें बदनाम कर रहे हैं| लेकिन कुत्तों के भौकनें से हाथी की चाल नही बदलती है|
शहर के आलू मंडी रोड स्थित संकिसा बसंतपुर चेयरमैंन अनुपमा वर्मा के आवास पर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया| जिसमे सांसद मुकेश राजपूत नें कहा कि लोक सभा चुनाव के बाद में कुछ लोग सपा से समर्थित लोग, कुछ भाजपा के लोग भी है जिनकी सपा ने मेलजोल खानें लगी है, वहीं लोग मेरे खिलाफ भी योजना बना रहें है| उन्होंने कहा कि वह 10 साल जिला पंचायत अध्यक्ष रहा , 11 वां सालसांसद बने हुए हो गया| उन्होंने किसी की भी सम्पत्ति पर नजर नही डाली| उन्हें 30 साल हो गयी राजनीति करते हुए उनके ऊपर कोई आरोप नही लगा, यदि कोई साबित कर दे की उन्होंने किसी की बेईमानी की तो राजनीति से सन्यास ले लूँगा|
हमारी पार्टी में भी गद्दार
सांसद नें कहा की उनकी पार्टी में भी गद्दार है, वह लोग ही विरोध कराते हैं, उन्हें भी मै अपने गले से लगा कर चलता हूँ| उन्होंने कहा वह लोग सुधरें नही सुधरेंगे तो उनका कुछ बिगड़ा नही लेंगे| कुत्तो के भौंकने से हाथी की चाल नही बदलती|
संजय वाल्मीकि का आरोप निराधार
सांसद नें कहा की उनके मकान के पास ही संजय वाल्मीकि का मकान है| वह डेढ़ साल पूर्व उनके पास आया था और अपनी जमीन को खरीदनें की बात की थी, जब उसकी जमीन की जाँच करायी तो उसके कोई कागजात नही निकले| लिहाजा उन्होंने जमीन लेने से मना कर दिया| संजय वाल्मीकि द्वारा आरोप लगाना निराधार है| वह भी भी चार अन्य लोगों के नाम है|
विक्रांत सिंह उर्फ राना की भूमि पर नही उनका कब्जा
सांसद नें कहा कि विक्रांत नें बघार नाला पर कोर्ट के आदेश पर अधिकारियों की मौजूदगी में पैमाइश करायी, जिसमे उसकी भूमि पर मेरा कब्जा नही निकला| राना का दाबा है की सांसद महारानी अवन्तीवाई को मूर्ति स्थापित नही होनें दे रहे हैं| तो राना यदि 10 विश्वा मूर्ति के लिए देंगे तो वह 20 विश्वा भूमि दे देंगे| यदि उन्हें लगता है की सांसद नें उनकी भूमि पर कब्जा किया है तो वह जमीन की अदला बदली कर लें| उन्होंने कहा कि मुझे आज मजबूरी में बोलना पड़ा| उन्होंने कहा कि दोनों मामलों की निष्पक्ष जाँच करें जो सरकार की छवि धूमिल करनें का प्रयास कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्यवाही हो| उन्होंने एक अस्पताल संचालक सौरभ चौहान पर भी विरोधियों के साथ शामिल होनें का आरोप लगाया|
इस दौरान जिलाध्यक्ष फतेहचन्द्र वर्मा, राहुल राजपूत, शिवांग रस्तोगी, दीपक राजपूत आदि रहे|