“ विनोद कुमार पांडे ब्यूरो चीफ नगर निगम की खबर
तीन साल पहले भाजपा ने किया था धरना, आज गोंडवाना ने महापौर को सौंपा वही 7 सूत्रीय ज्ञापन – सत्ता में बैठकर भूली भाजपा, गोंडवाना ने दिखाया आईना”
एमसीबी जिला चिरमिरी।गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने आज 22 सितंबर 2025 को बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ चिरमिरी नगर निगम पहुंचकर महापौर रामनरेश राय को सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। दिलचस्प बात यह रही कि ठीक तीन साल पहले, 22 सितंबर 2022 को इन्हीं मांगों को लेकर भाजपा ने नगर निगम का घेराव किया था और धरना प्रदर्शन किया था। गोंडवाना नेताओं ने भाजपा को आईना दिखाते हुए कहा कि विपक्ष में रहते समय वे जिन मुद्दों पर हल्ला मचाते थे, सत्ता में आने के बाद उन्हीं मुद्दों को भुला बैठे हैं।
ज्ञापन की प्रमुख मांगें:
1. नगर निगम कर्मचारियों का पूरा बकाया वेतन तत्काल दिया जाए।
2. शहर की सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को व्यवस्थित स्थानों पर भेजा जाए।
3. नालों-नालियों की सफाई व गाजर घास की निकासी हो।
4. मुख्य मार्गों पर स्ट्रीट लाइट की मरम्मत और नई लाइटें लगाई जाएं।
5. शहर में स्वच्छता अभियान को तेज किया जाए।
6. सड़क और नाली निर्माण कार्यों को जल्द पूर्ण किया जाए।
7. त्योहारों के समय यातायात और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की जाए।
महापौर का जवाब:
महापौर रामनरेश राय ने ज्ञापन लेने के बाद मीडिया से कहा कि विपक्ष का काम सत्ता पक्ष को जगाना होता है। सात मांगों में से कई मांगे पहले ही पूरी कर दी गई हैं। कर्मचारियों का मार्च माह का वेतन शेष है जिसे जल्द जारी किया जाएगा। मवेशियों को व्यवस्थित रूप से पकड़कर गोठान भेजने की व्यवस्था की जाएगी और। गाजर घास की सफाई, स्ट्रीट लाइट और नाल-नाली निर्माण कार्यों पर भी जल्द से जल्द कार्य चालू किया जाएगा जिसकी तैयारी चल रही है
पार्टी के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थिति होकर एकजुट मे चिरमिरी नगर निगम महापौर को आईना दिखाते हुए याद दिलाया गया और आज पार्टी के द्वारा
ज्ञापन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला महासचिव शेख स्माइल, जिला महामंत्री सलीम खान, जहीर खान, शहरी प्रभारी सुखराम ध्रुव, नगर कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राजपूत, शहरी ब्लॉक अध्यक्ष विजय विश्वकर्मा, जिला कार्यकारिणी सदस्य नंदराम आयाम, नगर महामंत्री राजेंद्र सिंह अलेक्स तथा अन्य सभी.पदाधिकारी.के उपस्थित रहे। नेताओं ने कहा कि भाजपा ने 2022 में विपक्ष रहते सात सूत्रीय मांगों पर धरना दिया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद जनता को भूलकर कुर्सी पर मौन साध लिया है।
गोंडवाना नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर जनता की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ तो पार्टी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।

