पत्रकार को जान से मारने की धमकी, मामले में एफआईआर दर्ज कराने की मांग।
संवाददाता/ स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो टी टी एन 24
परलकोट क्षेत्र के पत्रकारों ने निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले अपने साथी धनंजय चंद को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद कड़ा विरोध जताया है। पत्रकारों ने इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पखांजुर के माध्यम से पुलिस अधीक्षक कांकेर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें आरोप है कि नकली खाद की कालाबाजारी का मामला उजागर करने के बाद धनंजय चंद पर हमला करने का प्रयास किया गया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। पत्रकारों ने पुलिस से जल्द से जल्द आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।यह पूरा मामला परलकोट क्षेत्र में नकली खाद की कालाबाजारी और अधिक दरों पर बिक्री से जुड़ा है, जिससे किसान लगातार परेशान हैं। हाल ही में किसानों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर देवनाथ कृषि केंद्र द्वारा लाए गए एक 16-चक्का ट्रक से रात के अंधेरे में खाली हो रहे खाद को पकड़ा था। उन्हें शक था कि यह खाद नकली है। इस पर उन्होंने कृषि विभाग को खाद की जांच करने के लिए वाहन सौंपा था।
पत्रकार धनंजय चंद ने इस जनहित के समाचार को नवभारत दैनिक समाचार पत्र में प्रमाणों और अधिकारियों के बयानों के साथ प्रकाशित किया था। इसके बाद, आरोप है कि खाद मंगवाने वाले दुकानदार बप्पा देवनाथ ने 10 से 12 लोगों को भड़काकर धनंजय चंद पर जान से मारने के इरादे से उनके दुकान पर भेजा। जब हमलावर उन्हें वहां नहीं पा सके, तो शंकर बहादुर नामक एक व्यक्ति ने धनंजय को उनके निजी मोबाइल पर फोन करके जान से मारने की धमकी दी।
इस घटना के बाद, पत्रकारों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर बप्पा देवनाथ और शंकर बहादुर पर तुरंत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि परलकोट कृषि आदान विक्रेता संघ, पखांजुर के अध्यक्ष असीम पाल ने भी कृषि उप संचालक को एक लिखित शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने देवनाथ एजेंसी पर यूरिया खाद की कालाबाजारी और निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बेचने का आरोप लगाया था। इस शिकायत में यह भी बताया गया है कि विक्रेता बिना एक्नॉलेजमेंट नंबर और पीओएस मशीन में दर्ज किए बिना ही किसानों को खाद बेच रहा था।
पत्रकारों ने ज्ञापन में पिछले साल बीजापुर जिले में भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का भी जिक्र किया है, जिससे यह जाहिर होता है कि वे अपने साथी की सुरक्षा को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं। उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में पत्रकारों के साथ कोई भी अप्रिय घटना न हो।
इस मामले में पुलिस की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। परलकोट क्षेत्र के पत्रकार इस घटना को पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर एक सीधा हमला मान रहे हैं और आरोपितों पर तत्काल कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
ज्ञापन सौंपने के दौरान संवाददाता अमिताभ भट्टाचार्य, स्वतंत्र नामदेव, देवाशीष बिस्वास,रविन मंडल, गोपाल ब्रह्मचारी, संजय साहा,जतन बिस्वास, विकाश वैध,नीतीश मल्लिक, मनकू नेताम, सुजीत मंडल, राजेश दास, पल्लव मंडल, शुभम कुंडू, शंकर सरकार,सहित अन्य पत्रकार साथी उपस्थित रहे।