अज्ञात लोगों ने युवक को मारी गोली लखनऊ रेफर ।
चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई
9415707425
हरदोई,मल्लावां थाना अंतर्गत हरदोई कानपुर रोड पर स्थित आसमानी पैलेस और गायत्री पेट्रोल पंप के बीच अज्ञात लोगों ने मल्लावां से घर जा रहे युवक को गोली मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंचे समाजसेवी विशाल जयसवाल ने युवक को लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां उसका इलाज जारी है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ताजुद्दीन उर्फ शानू जो विशाल जायसवाल के यहां पर्सनल असिस्टेंट के रूप में उनके सामाजिक कार्यों को देखता है। रात्रि करीब 10 ,15 बजे अपने कार्यों को खत्म कर बुलेट मोटरसाइकिल से काजीपुर घर जा रहा था। जैसे ही वह आसमानी पैलेस के पास पहुंचा कुछ अज्ञात लोगों ने मोटरसाइकिल से पीछा कर जान से मारने की नियत से गोली मार दी। घायल युवक लड़खड़ाता हुआ पास में ही गायत्री पेट्रोल पंप पर जाकर रुक गया और वहां से अपने साथियों व विशाल जायसवाल को फोन कर जानकारी दी। घायल शानू को तुरंत सीएचसी मल्लावां लाएं गम्भीर स्थिति देख डाक्टर ने लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया जहां पर डॉक्टरों ने उनका उपचार शुरू किया । घायल युवक के परिजनों से मिली जानकारी कि 12 जुलाई को मल्लावां के बड़े चौराहे पर कुछ युवकों द्वारा गाली गलौज व मारपीट की घटना की गई थी जिसमें पुलिस द्वारा 151 की कार्रवाई गई थी।परिजनों का कहना था कि उसके बाद से लगातार शानू को फोन कॉल के जरिए धमकियां भी दी जा रही थी इसकी रिकॉर्डिंग परिजनों के पास मौजूद है। परिजनों ने यह भी बताया कि इस रिकॉर्डिंग और धमकी की सूचना सानू ने पुलिस स्टेशन मल्लावा में दो-तीन बार बताया है कि विपक्षियों द्वारा मेरा पीछा किया जा रहा है और मुझे उनसे खतरा है लेकिन पुलिस ने सानू की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसका अंजाम आज यहां तक पहुंच गया स्थानीय पुलिस के रवैया से क्षेत्र में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है जो आम जनमानस में चर्चा का विषय होती जा रही है पुलिस स्वयं पार्टी बनकर मुकदमा लिखने में पेसा बना लिया है जैसे कि 12 जुलाई को हुई शानू के साथ घटना में पुलिस ने स्वयं पार्टी बनकर मुकदमा पंजीकृत कर दिया। इसी तरह से बीते 3 दिन पहले 24 एवं 25 जुलाई को मल्लावां में मुस्लिम समुदाय में हुए झगड़े में भी पुलिस ने यही कार्रवाई शुरू की जबकि वीडियो वायरल में ढपाली परिवार के कई लोग महिलाओं समेत चोटहिल हुए हैं। परंतु पुलिस ने उनका मेडिकल तो कर दिया लेकिन मुकदमा लिखना उचित नहीं समझा और उसमें भी पुलिसिया कार्रवाई करके स्वयं पार्टी बन कर मामले को रफा-दफा कर दिया इन घटनाओं से क्षेत्र में मल्लावां की पुलिस पर विश्वास उड़ता जा रहा है आम जन मानस में मल्लावा पुलिस के प्रति आक्रोश व्याप्त हो रहा है कई मामलों में जांच कराई जाए तो पुलिस की संलिप्तता पाई जा सकती है। घायल के परिजनों द्वारा अभी पुलिस को तहरीर नहीं दी है। परिजनों के मुताबिक गोलीबारी की घटना के पीछे जो भी होंगे उनके खिलाफ पुलिस को तहरीर दी जाएगी। फिलहाल पुलिस परिजनों की तहरीर का इंतजार कर रही है चर्चा का विषय यह भी है कि पुलिस की शिथिलता सामने दिख रही है कि यदि घायल शानू की बात को स्थानीय पुलिस गंभीरता से सुन लेती तो शायद आज यह गोलीकांड की घटना उत्पन्न नहीं होती।