प्राकृतिक संरक्षण व सांस्कृतिक पुनर्जागरण की अनोखी पहल, पाठा प्रहरी दल का वृक्षारोपण महाअभियान शुरू
स्पेशल रिपोर्ट - पंकज तिवारी, TTN24 न्यूज
चित्रकूट जनपद के बीहड़ क्षेत्र पाठा में जहां एक ओर कभी दस्यु आतंक, पिछड़ापन और सूखे की त्रासदी से लोग जूझते रहे, वहीं अब वही धरती एक नई उम्मीद की मिसाल बनने जा रही है। "पाठा प्रहरी दल" नामक युवाओं के संगठन ने इस क्षेत्र की पुरातन संस्कृति, कला, इतिहास और प्रकृति के संरक्षण के लिए एक अभूतपूर्व मुहिम छेड़ दी है।
इसी क्रम में आज पाठा प्रहरी दल ने वृक्षारोपण महाअभियान का विधिवत शुभारंभ किया। यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहरों को पुनर्जीवित करने का एक सशक्त प्रयास भी है।
मानिकपुर कस्बे से सटे प्राचीन झरी बरम बाबा आश्रम से इस अभियान की शुरुआत की गई, जहां दर्जनों युवाओं ने उत्साहपूर्वक वृक्षारोपण कर पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।
इस अवसर पर दल के सक्रिय संयोजक रोशन लाल रैकवार ने बताया कि पाठा प्रहरी दल बीते कई वर्षों से इस बीहड़ क्षेत्र की उपेक्षित विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य को बचाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस महाअभियान के अंतर्गत क्षेत्र के धार्मिक स्थलों, आश्रमों एवं ग्राम सभाओं में वृक्षारोपण कर उन्हें संरक्षित और समृद्ध किया जाएगा।
अभियान में सहभागिता निभाने वाले प्रमुख युवा साथियों में शामिल रहे - विष्णुदेव मिश्र, आशुतोष मिश्र, आशीष, राज गुप्ता, दर्शित द्विवेदी, नवनीत, रितिक साहू, गुरु मिश्र, संदीप मिश्रा, राहुल रैकवार, ऋषभ द्विवेदी सहित अन्य प्रेरणादायक युवा।
यह अभियान न केवल पर्यावरण को नया जीवन देगा, बल्कि पाठा क्षेत्र की पहचान को भी नई ऊंचाई प्रदान करेगा। पाठा प्रहरी दल की यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली और सांस्कृतिक चेतना की एक अमूल्य धरोहर साबित हो सकती है।
हरि भरे पाठा की ओर एक सशक्त कदम…हर एक पेड़, भविष्य की एक नई सांस।