गौशाला संचालन पर बीडीओ का दबाव, प्रधानों ने सीडीओ को सौंपा ज्ञापन – हर माह भुगतान की मांग पर अड़े
ब्यूरो रिपोर्ट - पंकज तिवारी, TTN24 न्यूज़…
चित्रकूट - ग्राम पंचायतों में संचालित गौशालाओं को लेकर ग्राम प्रधानों का आक्रोश एक बार फिर सामने आया है। मंगलवार को अखिल भारतीय प्रधान संगठन के बैनर तले जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ल व सचिव विष्णुकांत पांडेय की अगुवाई में दर्जनों ग्राम प्रधानों ने विकास भवन पहुंचकर मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा।प्रधानों ने ज्ञापन में कहा कि 25 जुलाई तक गौशालाओं में सभी गोवंशों को संरक्षित करने का बीडीओ स्तर से दबाव बनाया जा रहा है, जबकि पिछली बार जुलाई में संचालन शुरू करने के बावजूद भरण-पोषण की धनराशि सितंबर से दी गई थी। इतना ही नहीं, कई ग्राम पंचायतों में 20 फीसदी तक की कटौती भी कर दी गई, जो पूरी तरह अन्यायपूर्ण है।
प्रधानों ने कहा कि गौशालाओं के संचालन में चरवाहों का मानदेय, भूसा, चारा, चूनी-चोकर, नमक व गुड़ की व्यवस्था इसी राशि से की जाती है। यदि समय से भुगतान नहीं हुआ या कटौती जारी रही तो संचालन पूरी तरह बाधित हो जाएगा। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि गोवंशों को चराना भी आवश्यक है, नहीं तो वे बीमार होकर असमय काल का ग्रास बन सकते हैं, लेकिन चारे की कटौती इस आधार पर कर दी जाती है कि गोवंश चर रहे हैं
ग्राम प्रधान संघ ने स्पष्ट किया कि वे इस वर्ष भी गौशालाओं के संचालन को तैयार हैं, लेकिन शासन की ओर से हर माह भरण-पोषण की पूरी राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए, तभी संचालन संभव होगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह तक संचालन के बाद भी अप्रैल का भुगतान आज तक नहीं किया गया, जिससे प्रधानों में नाराजगी है।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से पुष्पलता सिंह लौरी, सोना देवी, अयोध्या प्रसाद, मंटू देवी, सुलेखा देवी, लवदीप शुक्ला, प्रतिमा देवी, हर प्रसाद, फूल कुमारी, चंपा देवी, रामानंद रेहुंटा, राकेशचंद्र दुबारी, सहित दर्जनों ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।