क्राइम ब्यूरो_मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
*स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी: खेतासराय पीएचसी पर तैनाती के बावजूद नहीं आते चिकित्सक, ग्रामीण परेशान*टिकैतनगर, बाराबंकी। स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी के प्रति लापरवाही चरम पर है। जिसका फायदा उठाकर जहां झोलाछाप चिकमत्सकों की बल्ले बल्ले है तो वहीं बेहतर इलाज के लिए क्षेत्रीय लोगों को इलाज के बहाने खून चूस रहे निजी चिकित्सालय या लखनऊ स्थित चिकित्सालयों के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है। दरअसल तराई क्षेत्रों में तैनात तमाम सरकारी चिकित्सक ड्यूटी पर आते ही नहीं है। ये बात अलग है कि विभागीय भ्रष्टाचार में बगैर ड्यूटी किए ही अमूमन की तनख्वाह उनके खातों में भुगतान हो रही है। जानकारी अनुसार घाघरा नदी के तटवर्ती गांव के स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनाती के बावजूद चिकित्सक नहीं आते हैं। ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए दूर-दराज जाना पड़ रहा है। यह हाल है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खेतासराय का। यहां पर तैनाती के बाद भी कोई स्वास्थ्य कर्मी नियामित नही है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मजबूरी में उन्हें निजी चिकित्सकों के पास जाना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ एहसान रजा के अलावा फार्मासिस्ट, महेंद्र कुमार वार्ड ब्वाय बृजेश श्रीवास्तव व चौकीदार की तैनाती है। लेकिन यहां पर अधिकांश समय कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नियामित नही रहता है। प्रसव कक्ष में भारी गंदगी फैली है। यहां पर लगा हैंडपंप खराब पड़ा है। गेट के बाहर खड़े ननकऊ धीमान ने बताया उच्चाधिकारियों की मिलीभगत के चलते इस केंद्र पर तैनात चिकित्सक व अन्य कर्मी यहां आते ही नहीं है। बार-बार शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होती है। प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय का कहना है यहां पर तैनात चिकित्साधिकारी अवकाश पर है। अन्य के न आने की अगर शिकायत मिलती है तो जांच की जाएगी ।