*बांदे पोस्टमार्टम घर दंडकारण के समय निर्माण अभी जर्जर हालत में*
*पखांजूर- उत्तम बनिक*
बांदे क्षेत्र कोयलीवेडा ब्लॉक के 30 से 35 पंचायत के अंतर्गत आता है, कई हजारों लोग निवास करते हैं साथ में महाराष्ट्र की सीमावर्ती इलाके के कई ग्राम शामिल है जो बांदे में अपना संपूर्ण कार्य निर्वाह करते हैं, इतना बड़ा क्षेत्र का एक ही मुख्यालय बांदे हॉस्पिटल पड़ता है, रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कई दुर्घटनाएं, जैसे सड़क दुर्घटना सर्प काटना अग्नि से जलना, बिजली गिरना, करंट से झुलसना, पानी में डूबना और कई प्रकार की घटनाएं से कोई ना कोई अपनी जीवन गवा देता है पर एकमात्र इतने बड़े क्षेत्र में बांदे हॉस्पिटल में शव पोस्टमार्टम की व्यवस्था एकदम निचले स्तर पर दिखाई देता है यहां का व्यवस्था का आलम यह है पोस्टमार्टम घर 1983 के दशक में दंडकारण के समय निर्मित की गई थी, उसके अंदर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है जिसके चलते पोस्टमार्टम हेतु शव रखने पर असुरक्षित महसूस होती है, ना ही परिजनों को बैठने की कोई व्यवस्था है न हीं रुकने की व्यवस्था है ,शव अगर एक से दो दिन अधिक होने पर बदबू आने लगती है परिजन एवं संबंधित सरकारी कर्मचारी, डॉक्टर बड़ी कठिनाइयों के साथ शव को व मुश्किल सड़े गले हालत में पोस्टमार्टम कर ले जाते हैं, एकमात्र डॉक्टर कहीं अगर वह बाहर चले गए तो मानो सामंत आ जाती है फिर शव को लेकर बांदे से पखांजूर 20 किलोमीटर दूरी पर ले जाना पड़ता है इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए, एक कदम आगे बढ़ते हुए, किस प्रकार सुविधा मुहैया कराई जाए, जीवनदीप समिति के अध्यक्ष श्री उत्तम बनिक ने मंडल अध्यक्षा एवं जिला पंचायत सदस्य सुनीता मंडल से इस विषय पर चर्चा किया, उन्होंने तत्काल संज्ञान में लेते हुए कहां की आप मुझे जल्दी इसका पंचायत से प्रस्ताव बना कर देंगे संबंधित अधिकारियों से बात कर मुझे आवेदन करेंगे मैं जल्द से जल्द पोस्टमार्टम घर नवीन बनाने हेतु एवं उसमें आने वाले सब सुविधा उपलब्ध करवाऊंगी, ताकि किसी भी प्रकार का किसी भी परिवार को इस प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े, साथ में सहयोग करने के लिए विष्णुपुर पंचायत के पूर्व सरपंच एवं मंडल अध्यक्ष श्री रतन हालदार, भाजपा के युवा मोर्चा उपाध्यक्ष बदल हालदार नीलकमल मंडल ने सहयोग की बात की! ताकि जल्द से जल्द इस कार्य को किया जाए क्षेत्र के लोगों को जरा निजात मिले,