मासूम बेटे की प्राण घातक बीमारी से बेबस पिता मदद की उम्मीद में पहुंचा शासन के द्वार
रिपोर्टर/ स्वतंत्र नामदेव कांकेर ब्यूरो
ग्राम पंचायत बिष्णुपुर निवासी विप्लब ढाली अपने पांच वर्षीय पुत्र विक्की ढाली जो गंभीर बीमारी (ब्लड कैंसर) से पीड़ित हैं। दुख की बात है कि विक्की अभी दुनिया देख भी नहीं पाया है, और उसे इतनी बड़ी बीमारी हो गई है।
*पिता की मायूसी*
बिप्लब ढाली ने बताया इलाज में अब तक 23 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं। अपने बेटे के इलाज के लिए अपनी जमीन-जायदाद तक बेच दी है और उन्होंने स्थानीय व्यापारियों और रिश्तेदारों से मदद ली है, लेकिन अब उनके पास कोई और विकल्प शेष नहीं बचा है।
*विधायक से मदद की गुहार*
बिप्लब ढाली को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से जब यह पता चला कि जन समस्या समाधान शिविर बांदे में क्षेत्रीय विधायक विक्रम उसेंडी आएंगे, तो उनको क्षेत्रीय विधायक से अपने बेटे के इलाज में मदद मांगने की उम्मीद जगी थी,बे अपने बेटे को लेकर शिविर में पहुंचे, परंतु दिन भर आस लगाकर बैठने के बाद जब विधायक नहीं पहुंचे तो बिप्लब ढाली के चारे पर मायूस वापस लौट गए।
*शासन से मदद की गुहार*
बिप्लब ढाली अब शासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वह अपने बेटे के इलाज के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं, लेकिन शासन उनकी मदद करे। विप्लब ढाली के अनुसार, "मेरे बेटे की जिंदगी बचाने के लिए शासन से मदद की जरूरत है। मैं अपने बेटे के इलाज के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं।"
*दर्द भरी दास्तां*
बिप्लब ढाली की दर्द भरी दास्तां सुनकर किसी की भी आंखें नम हो जाएंगी। वह अपने बेटे की बीमारी से परेशान हैं और शासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। अब देखना यह है कि शासन उनकी मदद करता है या नहीं।