बिहार बेगूसराय
शीश मंडल ने बेगूसराय डीएम से पत्र देकर इस प्रदर्शन को समाप्त किया
ब्यूरो मोहम्मद नबी आलम
*लगभग 50. हजार की रैली ने पूरे बेगूसराय को किया अस्त व्यस्त*
*समर्थन कर रहे सभी दलों ने कहा कि यह संविधान और संवैधानिक अधिकारों को बचाने की रैली है*
पूर्व आयोजित कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 3 मई 2025 को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ एवं इमारत ए शरीया के आह्वान पर लगभग 20 से 25 हजार लोगों ने वक्फ संशोधन कानून के विरोध में रैली प्रदर्शन किया।
यह रैली प्रदर्शन पूरे जिले को अस्त व्यस्त कर दिया।
सुबह 9:00 बजे से ही हर-हर महादेव चौक पर तिरंगा झंडा और मांग संबंधित तख्ती बैनर के साथ-साथ लोगों का भीड़ लगना शुरू हुआ।10:00 बजे से 11:30 बजे तक हर हर महादेव चौक पर सभा का आयोजन हुआ।
उसके बाद हर हर महादेव चौक से बड़ी रैली निकाली।
रैली का नेतृत्व एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा, जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार, ताइक्वांडो के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कैसर रेहान,कांग्रेस अल्पसंख्यक नेता हारून रशीद खान,राजद नेता मक्बूल आलम,सीपीएम नेता मोहम्मद खालिद के नेतृत्व में रैली निकला।
रैली जीडी कॉलेज टेढीनाथ मंदिर,नगर पालिका चौक,नवाब चौक,कैंटीन चौक के रास्ते कचहरी रोड होते हुए ट्रैफिक चौक पर पहुंचा।
इस विशाल रैली में वक्फ संशोधन कानून वापस लो, संविधान पर हमला बंद करो, हमारे सनविधान का अधिकार पर हमला बंद करो,सरकारी तंत्र का दुरुपयोग बंद करो, आतंकवाद पर अंकुश लगाओ,आतंकवाद मुर्दाबाद, पाकिस्तानी आतंकी मुर्दाबाद इत्यादि गगनभेदी नारे लग रहे थे और इन नारों से संबंधित पोस्टर बैनर भी लगाए हुए थे।
हरहर महादेव चौक पर सभा का आयोजन हुआ उसकी अध्यक्षता इमारत ए शरीया बेगूसराय के कन्वेनर मौलाना जर्जिस अकरम कर रहे थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मौलाना जर्जिस अकरम,मुफ्ती खालिद,मुफ्ती मोहम्मद शब्बीर अनवर,को कन्वेनर असद मुर्तजा और ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड इमारत ऐश्वर्या से जुड़े आलिम उल्माओं ने कहा की वक्फ संशोधन कानून हमारे अधिकारों को छीनना चाह रही है।संविधान ने इस देश के सभी मजहबों को अधिकार दिया है उस अधिकार को छीनना हमें मंजूर नहीं,वक्फ संशोधन कानून वापस लेने तक हम लोग संघर्ष करेंगे।
कार्यक्रम का समर्थन करते हुए पूर्व विधायक सीपीआई जिला मंत्री अवधेश कुमार राय,कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभय कुमार सिंह सार्जन,राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव,सीपीएम नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह,माले नेता चंद्रदेव वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि यह विशाल रैली इस देश के संविधान और संवैधानिक अधिकार को बचाने की रैली है।सरकार इस देश के संविधान को खत्म करना चाहती है,और संविधान को मानने वाले लोग ही महारैली में शामिल हो रहे हैं। यह रैली पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में भी है, जिस तरह से पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या आतंकवादियों के द्वारा किया गया इस पर सरकार को बिना देर किए आतंकवादियों को जवाब देने की जरूरत है।
इस रैली का समर्थन करते हुए हम तमाम दल के लोग सरकार से यह मांग करते हैं कि वक्त कानून वापस ले और आतंकवादी गतिविधि के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें।
कर्यक्रम के दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य अब्दुल अजीम हैदरी,इमारत ए शरिया मोहम्मद बेगूसराय बामसेफ नेता मोहम्मद शाकिर, साहेबपुर कमाल विधायक ललन यादव,एआईवाईएफ के राज्य अध्यक्ष शंभू देवा,नूर आलम खान,शगुफ्ता ताजवर,तंजीम ए इंसाफ नूर आलम खान,कांग्रेस नेता कमर अंसारी थे।
अंत में डीएम से 10 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने स्मार पत्र के माध्यम से अपने मांगों से अवगत कराया।
कार्यक्रम को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी,कांग्रेस पार्टी,राष्ट्रीय जनता दल,माले,एआईएसएफ,एआईवाईएफ,भीम सेना ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरकर समर्थन किया।
कार्यक्रम से पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ और शहीदों के प्रति लोगों ने 1 मिनट का मौन धारण कर विरोध दर्ज किया