रिपोर्ट:ओम प्रकाश साह
शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल: समाजसेवी सुमन कुमार ने लबदा विद्यालय में बच्चों के बीच बांटी शैक्षणिक सामग्री, शिक्षकों को भी किया सम्मानित
बरहरवा: शिक्षा ही समाज में बदलाव का सबसे सशक्त माध्यम है। इसी उद्देश्य के साथ उत्क्रमित मध्य विद्यालय, लबदा में 'शिक्षा प्रोत्साहन कार्यक्रम' का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व क्षेत्र के प्रतिष्ठित समाजसेवी सुमन कुमार जी ने किया। उनके इस प्रयास की न केवल शिक्षकों बल्कि पूरे ग्रामीण क्षेत्र में सराहना हो रही है।*बच्चों के बीच बांटी गई शैक्षणिक सामग्री*
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए उनकी जरूरत के अनुसार सामग्री का वितरण किया गया:
प्राथमिक स्तर (कक्षा 1-3): बच्चों को कला के प्रति रुचि जगाने के लिए ड्राइंग बुक एवं स्केच पेन दिए गए।
मध्य स्तर (कक्षा 4-5): हिंदी भाषा और व्याकरण की मजबूती के लिए बाल व्याकरण की पुस्तकें प्रदान की गईं।
उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 6-8): गणितीय और तकनीकी शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को कंपास बॉक्स भेंट किए गए।
उपहार पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे और उनमें शिक्षा के प्रति एक नया उत्साह देखने को मिला।
*शिक्षित बच्चे ही सशक्त समाज का आधार: सुमन कुमार*
उपस्थित जनसमूह और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए समाजसेवी सुमन कुमार ने कहा, "शिक्षा वह मजबूत आधार है, जिस पर भविष्य की दिशा और जिले की पहचान टिकी होती है। अगर हमारे बच्चे संस्कारयुक्त और शिक्षित होंगे, तभी एक जिम्मेदार समाज का निर्माण होगा। शिक्षा के क्षेत्र में मेरा सहयोग सदैव जारी रहेगा।"
*शिक्षकों का बढ़ा मान*
विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने में शिक्षकों के योगदान को देखते हुए, सुमन कुमार जी ने विद्यालय के सभी शिक्षकों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता हैं और उनका सम्मान करना समाज का कर्तव्य है।
*इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति*
इस अवसर पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य बबलू कुमार दास, सहायक शिक्षक सच्चिदानंद झा, विजय कुमार महतो एवं शिक्षिका रेणु कुमारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
साथ ही समाजसेवी के सहयोगी रंजीत रमानी, कमल सिंह, चंदन गुप्ता, अमित गुप्ता, महेश महतो, सुमन कुमार, अभिमन्यु महतो और ग्रामीण स्तर पर विनोद रामानी, मोहन महतो, शिवानंद महतो, नीतीश कुमार, मुन्ना कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। ग्रामीणों ने इस पहल को क्षेत्र के लिए एक प्रेरणास्रोत बताया।

