Etawah News: इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुघर सिंह पत्रकार ने मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, को भेजी लिखित शिकायत, सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के ऑर्थो विभाग का बुरा हाल, भारी भ्रष्टाचार व्याप्त
रिपोर्ट एम एस वर्मा, मनोज कुमार TTN 24
👉 निम्न बिंदुओं पर जांच की मांग को लेकर मुख्यमंत्री कुलाधिपति को लिखा पत्र👉 जिन सीनियर डॉक्टर के अंदर में मरीज भर्ती किये जाते है वो मरीज को भर्ती होने के दौरान से ऑपरेशन होने व मरीज की छुट्टी होने तक मरीज को देखने नही जाते। जूनियर डॉक्टरो के भरोसे जटिल ऑपरेशन किये जाते है जिसमें कई केस बिगड़ने की जानकारी मिली है।
👉सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में तैनात कर्मचारियों को ऑर्थो विभाग के जूनियर डॉक्टरों पर भरोसा नही है इसलिए वो एक्सीडेंट होने हाथ पैर में फेक्चर होने पर अपना इलाज बाहर करवाते है क्यों कि उनको पता है कि ऑपरेशन के दौरान सीनियर डॉक्टर देखने नही आएगा और मेरा केस बिगड़ जाएगा।
👉मरीजों को ऑपरेशन के लिए भर्ती कर लिया जाता है और मरीजों के ऑपरेशन शुरू हो जाते है कई बार तो ऐसा हुआ है कि मरीज को ऑपरेशन के लिए बुला लिया और उसका ऑपरेशन नही किया, फिर अगली डेट पर बुला लिया लेकिन ऑपरेशन नही किया। बोल दिया कि तुम्हारा अगली डेट पर करेंगे। उसे कारण भी नही बताया जाता लेकिन टाल दिया जाता है। अंदेशा है कि डॉक्टरों द्वारा आर्थिक लाभ लेकर और सिफारिश पर दूसरे मरीजों के ऑपरेशन पहले ही कर दिये जाते है। अगर इसकी जानकारी के लिए कॉल भी की जाए तो डॉ गिल फोन नही उठाते न एसएमएस का रिप्लाई देते है।
👉बाहरी जनपदों से गरीब मरीज ऑपरेशन कराने आता है और यहां कई कई दिन पड़ा रहता है। उसका ऑपरेशन टाल दिया जाता है। अंदेशा है कि आर्थिक लाभ लेकर या सिफारिश पर अन्य भर्ती मरीजों का पहले ऑपरेशन कर दिया जाता है व गरीब बिना सिफारिश बाला ऑपरेशन के लिए इंतजार करता रहता है। इससे अस्पताल व शासन की छवि धूमिल हो रही है।
👉डॉक्टरों की कॉल डिटेल्स के माध्यम से इसकी भी जांच की जाए कि यह इटावा मैनपुरी के किस किस प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन करने जाते है। इनके पास सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में मरीजों के ऑपरेशन के दौरान मौजूद रहने का समय नही है लेकिन बाहर अस्पतालों में जाकर ऑपरेशन कर मोटी रकम व कमीशन बसूलते है। इनकी संपति की जांच होनी भी आवश्यक है।
अतः आपसे निवेदन है कि एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित कर ऑर्थो विभाग के सीनियर डॉक्टरों की जांच कराए जाने का कष्ट करें। ताकि गरीब मरीज को न्याय मिल सके।

