नरहरपुर में आत्मा योजना: मूंग फसल पर कृषक खेत पाठशाला का आयोजन, किसानों को मिली नई तकनीकी जानकारी।
पत्रकार - स्वतंत्र नामदेव
कांकेर जिला ब्यूरो
ग्राम बतबनी में आज आत्मा (एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एजेंसी - ATMA) योजना के अंतर्गत कृषक खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक खेती की तकनीकों से परिचित कराना था।ब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजर रोशन कुमार निषाद ने सत्र की शुरुआत करते हुए फार्म स्कूल के उद्देश्यों और खेत की तैयारी के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद प्रगतिशील किसान रमेश कुंजाम के खेत में मूंग फसल की बीजोपचार विधि का लाइव प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कतार विधि से बुआई करके किसानों को बीजोपचार के फायदों के बारे में बताया। इस प्रदर्शन में 25 महिला और पुरुष किसान शामिल हुए।
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी दिनेश कुमार कुंजाम ने फार्म स्कूल के व्यापक उद्देश्यों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय किसान आयोग की सिफारिशों पर 'करके सीखने' और 'देखकर ही विश्वास करने' की पद्धति से किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए ऐसे फार्म स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने किसानों को मिट्टी परीक्षण, जैविक और कंपोस्ट खाद के फायदे और मूंग फसल की वैज्ञानिक बुआई तकनीक के बारे में विस्तार से समझाया।
कुंजाम ने बीज उपचार, खाद की सही मात्रा, खरपतवार नियंत्रण, और फसल में लगने वाले रोग-कीटों की पहचान और रोकथाम के तरीकों पर भी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से खेती करने से उत्पादन बढ़ता है और लागत कम होती है।
इस अवसर पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी (सुरही) कृष्ण कुमार मेश्राम, कृषक मित्र (सुरही) चैत राम कोडोपी, कृषक मित्र (मरवाडी) जागेश्वर यादव, प्रगतिशील किसान (बतबनी) रमेश कुंजाम, और स्थानीय किसान संजय कुंजाम, अखिलेश, सुनील, जोहित शोरी, जोहित मंडावी, दिलीप मरकाम, सरोजनी नेताम, और पवनबती भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में मूंग की किस्म आई.पी.एम.-1 विराट का 2.5 एकड़ के रकबे में फ्रंटलाइन प्रदर्शन किया गया। किसानों को कतार विधि से बुआई की व्यावहारिक जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का समापन सवाल-जवाब सत्र के साथ हुआ, जिसमें किसानों ने बताया कि ऐसे प्रशिक्षण और लाइव प्रदर्शन से उन्हें नए प्रयोग सीखने और उत्पादन बढ़ाने का आत्मविश्वास मिलता है।