समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश अभियान के लिए समाजसेवी प्रेम कुमार शाक्य ने आठ बिंदुओं पर दिए सुझाव
रिपोर्ट एम एस वर्मा, मनोज कुमार
इटावा। समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश अभियान के लिए समाजसेवी प्रेम कुमार शाक्य ने आठ बिंदुओं के अंतर्गत सुझाव दिए हैं।उन्होंने बताया कि इन बिंदुओं को जिलाधिकारी व शासन से आए डेलिगेशन के सम्मुख रखा है। श्री शाक्य का कहना है कि महिलाओं के लिए ब्लॉक स्तर पर स्थायी प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएं ताकि विभिन्न स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित संचालित हो सकें। सूक्ष्म ऋण आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहा है बैंकों से सूक्ष्म ऋण आसानी से दिलाए जाने की आवश्यकता है। जबकि माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के चंगुल में लोग फंसते जा रहे हैं खासकर महिलाएं इन माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा अत्यधिक ब्याज वसूली की शिकार हो रही हैं। कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए उद्यमिता पार्क की स्थापना व ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर उत्पादों की बिक्री हेतु डिजिटल प्रशिक्षण दिया जाए। मंडी रेट मार्केट लिंकिंग एवं ब्रांडिंग की भी जानकारी दी जाए। सरकारी योजनाओं की समुचित जानकारी के अभाव में पात्र लाभार्थियों का रेशियो बेहतर नहीं है इसलिए एनजीओ की सक्रिय भागीदारी हो विभागों के साथ संयुक्त समन्वय मंच बनाया जाए। डिजिटल इंडिया के इस दौर में ऐसा ऐप या पोर्टल विकसित किया जाए जहां सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी मिले व आवेदन भी इस ऐप या पोर्टल पर सरलता से हो सके। समय-समय पर जागरूकता शिविरों कार्यशालाओं का आयोजन धरातल पर लाभार्थियों के बीच होना चाहिए। सरकारी योजनाओं से भ्रष्टाचार खत्म किया जाना चाहिए इसके लिए विभिन्न शिकायती सेल हेल्पलाइन की पहुंच भी हर जगह तक होनी चाहिए।
