परलकोट के बांदे क्षेत्र में जंगली दन्तेल हाथी का कहर जारी वन विभाग की टीम हाथी को बाहार निकलने में ना कामीयब*
*कई घरो को नूकसान पहूचाते हूये, कई किसानों के खेत बर्बाद करते हूये हाथी का कहर जारी*
*रिपोर्टर/ उत्तम बनिक पखंजौर*
बांदे क्षेत्र में लगातार कई दिनों से जंगली दन्तेल हाथी का मौजूदगी बरकरार वन विभाग की टीम लगातार निगरानी बनाए हुए हैं पी वी 99 के जंगल में अपना बसेरा बनाए हुए था, शाम ढलते ही पीवी 90 नंबर में किसान की खेत को कुचलते हुये बेनूर के जंगल से निरंतर आगे बढ़ रहा है परंतु उसे सुरक्षित स्थान में पहुंचने के लिए हर कोई नाकाम! लगातार कई किसानों के खेत गरीब किसानों का घर उजाड़ा जा रहा है शासन प्रशासन वेबस और लाचार बांदे क्षेत्र अति संवेदनशील एवं वन क्षेत्र महाराष्ट्र सीमावर्ती क्षेत्र है जिसका फायदा एक गजराज उठा रहा है कई लोगों के आशियाना उजाड़ रहा है कई लोगों के फसल को अपने पैरों तले कुचलकर ललहाती फसल को रोंद कर निरंतर दिशा बदलते हुए अपने झुंड को ढूंढ रहा है क्या हाथी अपने परिवार को ढूंढने के लिए इसके सर पर जुनून चढ़ा हुआ है बड़े-बड़े नदी नाले दरिया सिंचाई तालाब पहाड़ पर्वत को पार कर अपना स्थान परिवर्तन कर रहा है मानो ऐसा लग रहा है हाथी नहीं चल रहा है कोई प्लेन चल रहा है, या फिर बड़े-बड़े नदी में कोई स्टीमर चल रहा है! लोगों को सिर्फ कुछ क्षण दिखाई देता है या फिर उसके पग चिन्ह दिखाई पड़ता है, कई दिनों से यहां रहकर यहां का वातावरण को देखते हुए मानो ऐसा लग रहा है अपना रूटिंग बना लिया है दिन भर किसी झाड़ियां जंगल में चुप चाप छूप कर आराम करता है फिर शाम ढलते ही अपना सफर तय करता है पर यह नहीं जानता कि मैं कहां पर हूँ ओर मेरी मंजिल कहा है यहां सिलसिला कई दिनों से चल रहा है परंतु अफसोस जिले के बड़े अधिकारी अब तक किसी प्रकार का कोई ठोस कदम नहीं उठाये, न हीं इस क्षेत्र का जाएजा लेने के लिए पहुंचे, ना ही कोई जनप्रतिनिधि इसका प्रतिक्रिया ले रहे हैं आलम यहां की क्षेत्र में दहशत का माहौल है और हाथी का तांडव जारी है किसान अपने खेत में जाने के लिए कतरा रहे हैं, यहां की जीविका खेत जंगल से होती है परंतु किसान बेबस लाचार होकर हाथ बांधे बैठे हुए हैं रात्रि 9:00 बजे तक बड़े बेटिया के जंगल में आराम फरमाकर आकमेटा के जिओ टावर के नीचे से गुजर रहा था तब किसी ग्रामीण ने देखा अपनी पड़ाव को आगे कुच करते हुए घोड़ाघाट,कोठरी नदी पारकर बांगोघोंरिया में रात 12:25मिनट में जेम्स इक्का घर को तोड़कर एक बोरी चावल को खाकर ग्राम आल्दंड में घर को नूकसान पहुंचा कर कोडेनार और आलड़ण्ड की पहाड़ी पर वर्तमान में अपनी मौजूदगी दे रहा है इस क्षेत्र के ग्रामीण को खबर और पग चिन्ह निशान मिलते ही रात जग कर सबको सावधान सचेत कर रहे हैं क्षेत्र के लोग दहशत में है बांदे पश्चिम परलकोट के वन विभाग के कर्मचारी लगातार रात दिन कार्य करते हुए थक चुके हैं इन साहसी वीर वन विभाग के टीम को क्षेत्र के लोग धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं तो कही पर अनजान ग्रामीण उनके गांव में हाथी आने से वन विभाग टीम को दोषी मानते हुए नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर आक्रोश जता रहे हैं*बांदे क्षेत्र में लगातार कई दिनों से जंगली दन्तेल हाथी का मौजूदगी बरकरार वन विभाग की टीम लगातार निगरानी बनाए हुए हैं पी वी 99 के जंगल में अपना बसेरा बनाए हुए था, शाम ढलते ही पीवी 90 नंबर में किसान की खेत को कुचलते हुये बेनूर के जंगल से निरंतर आगे बढ़ रहा है परंतु उसे सुरक्षित स्थान में पहुंचने के लिए हर कोई नाकाम! लगातार कई किसानों के खेत गरीब किसानों का घर उजाड़ा जा रहा है शासन प्रशासन वेबस और लाचार बांदे क्षेत्र अति संवेदनशील एवं वन क्षेत्र महाराष्ट्र सीमावर्ती क्षेत्र है जिसका फायदा एक गजराज उठा रहा है कई लोगों के आशियाना उजाड़ रहा है कई लोगों के फसल को अपने पैरों तले कुचलकर ललहाती फसल को रोंद कर निरंतर दिशा बदलते हुए अपने झुंड को ढूंढ रहा है क्या हाथी अपने परिवार को ढूंढने के लिए इसके सर पर जुनून चढ़ा हुआ है बड़े-बड़े नदी नाले दरिया सिंचाई तालाब पहाड़ पर्वत को पार कर अपना स्थान परिवर्तन कर रहा है मानो ऐसा लग रहा है हाथी नहीं चल रहा है कोई प्लेन चल रहा है, या फिर बड़े-बड़े नदी में कोई स्टीमर चल रहा है! लोगों को सिर्फ कुछ क्षण दिखाई देता है या फिर उसके पग चिन्ह दिखाई पड़ता है, कई दिनों से यहां रहकर यहां का वातावरण को देखते हुए मानो ऐसा लग रहा है अपना रूटिंग बना लिया है दिन भर किसी झाड़ियां जंगल में चुप चाप छूप कर आराम करता है फिर शाम ढलते ही अपना सफर तय करता है पर यह नहीं जानता कि मैं कहां पर हूँ ओर मेरी मंजिल कहा है यहां सिलसिला कई दिनों से चल रहा है परंतु अफसोस जिले के बड़े अधिकारी अब तक किसी प्रकार का कोई ठोस कदम नहीं उठाये, न हीं इस क्षेत्र का जाएजा लेने के लिए पहुंचे, ना ही कोई जनप्रतिनिधि इसका प्रतिक्रिया ले रहे हैं आलम यहां की क्षेत्र में दहशत का माहौल है और हाथी का तांडव जारी है किसान अपने खेत में जाने के लिए कतरा रहे हैं, यहां की जीविका खेत जंगल से होती है परंतु किसान बेबस लाचार होकर हाथ बांधे बैठे हुए हैं रात्रि 9:00 बजे तक बड़े बेटिया के जंगल में आराम फरमाकर आकमेटा के जिओ टावर के नीचे से गुजर रहा था तब किसी ग्रामीण ने देखा अपनी पड़ाव को आगे कुच करते हुए घोड़ाघाट,कोठरी नदी पारकर बांगोघोंरिया में रात 12:25मिनट में जेम्स इक्का घर को तोड़कर एक बोरी चावल को खाकर ग्राम आल्दंड में घर को नूकसान पहुंचा कर कोडेनार और आलड़ण्ड की पहाड़ी पर वर्तमान में अपनी मौजूदगी दे रहा है इस क्षेत्र के ग्रामीण को खबर और पग चिन्ह निशान मिलते ही रात जग कर सबको सावधान सचेत कर रहे हैं क्षेत्र के लोग दहशत में है बांदे पश्चिम परलकोट के वन विभाग के कर्मचारी लगातार रात दिन कार्य करते हुए थक चुके हैं इन साहसी वीर वन विभाग के टीम को क्षेत्र के लोग धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं तो कही पर अनजान ग्रामीण उनके गांव में हाथी आने से वन विभाग टीम को दोषी मानते हुए नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर आक्रोश जता रहे हैं

