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बूंदी: अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे कलक्टर, बोले- राहत कार्यों में कोई कोताही ना हो केशवरायपाटन व लाखेरी उपखंड क्षेत्र में लिया नुकसान का जायजा, अधिकारियों को दिए निर्देश

 ब्यूरो रिपोर्ट 

कमलेश शर्मा 

बूंदी


अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे कलक्टर, बोले- राहत कार्यों में कोई कोताही ना हो केशवरायपाटन व लाखेरी उपखंड क्षेत्र में लिया नुकसान का जायजा, अधिकारियों को दिए निर्देश

बूंदी जिले में हुई अतिवृष्टि के बाद बिगड़े हालातों का जायजा लेने के लिए जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने सोमवार को केशवरायपाटन और लाखेरी उपखंड क्षेत्रों का सघन दौरा किया। उन्होंने जलभराव से क्षतिग्रस्त हुई संपत्तियों और फसलों को देखा तथा राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि राहत पहुंचाने में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला कलक्टर ने केशवरायपाटन पंचायत समिति में उपखंड अधिकारी व तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लें। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित गांवों में क्षतिग्रस्त हुए मकानों, अस्थायी ढांचों और सरकारी भवनों के नुकसान का आंकलन कर एसडीआरएफ के नियमानुसार प्रस्ताव शीघ्र तैयार कर भिजवाएं, ताकि प्रभावितों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाया जा सकें। उन्‍होंने जोर देकर कहा, "यह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रभावित व्यक्ति या परिवार राहत पाने से वंचित न रहे।"इसके बाद जिला कलक्टर काप्रेन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां उन्होंने जलभराव से हुए नुकसान का जायजा लिया।लेबर रूम,आपातकालीन कक्ष और वार्डों में जमा कीचड़ व मलबे को देखकर उन्होंने तत्काल केमिकल से सफाई करवाने के निर्देश दिए। साथ ही, पानी से खराब हुए उपकरणों की सूची बनाकर भिजवाने को कहां ताकि नए उपकरण उपलब्ध कराए जा सकें। उन्होंने काप्रेन नगरपालिका क्षेत्र में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए एंटीलार्वा गतिविधियां चलाने और क्षतिग्रस्त पुलिया की तुरंत मरम्मत कर यातायात सुचारू करवाने के भी निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन स्थानों पर अभी भी पानी भरा है, वहां मड पंप लगाकर निकासी की जाएं। उन्होंने किसानों की पीड़ा को समझते हुए फसल खराबे का मुआवजा दिलाने के लिए गिरदावरी की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए। बाद में उन्होंने पचीपला गांव का भी दौरा किया और आर्मी व एनडीआरएफ द्वारा चलाए जा रहे बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाबई में चाकन नदी पर अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्‍त हुई पुलिया का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिशीघ्र ठीक करवाकर आवागमन सुचारू किया जावें। जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने बताया कि जिले में अतिवृष्टि प्रभावितों को राहत पहुंचाने के कार्य में तेजी लाई गई हैं। बचाव का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है और सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया हैं। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ नियमों के तहत मुआवजे के लिए आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। पटवारियों और ग्राम सेवकों के माध्यम से इन आवेदनों की तुरंत जांच करवाकर आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी, ताकि मुआवजा राशि अतिशीघ्र जारी हो सकें। प्रशासन का प्रयास है कि इस आपदा से प्रभावित किसी भी व्यक्ति को राहत के लिए इंतजार न करना पड़े। इस दौरान केशवरायपाटन प्रधान वीरेंद्र सिंह हाड़ा, उपखंड अधिकारी ऋतुराज शर्मा, लाखेरी उपखंड अधिकारी अरविंद शर्मा तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहें।

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