चित्रकूट पुलिस का सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा: मरे हुए पति के रूप में पेश हुआ खुद हत्यारा, पत्नी भी शामिल
रिपोर्ट - पंकज तिवारी, TTN24 न्यूज़ ब्यूरो
चित्रकूट जनपद के राजापुर थाना क्षेत्र में सिकरी अमान गांव के पास एक जलती हुई कार में मिले अधजले शव की सनसनीखेज घटना का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है। यह कोई हादसा नहीं, बल्कि एक सोच-समझकर रची गई हत्या और साजिश की कहानी निकली, जिसे सुनकर पुलिस अफसर भी दंग रह गए। घटना का मास्टरमाइंड और कथित मृतक सुनील सिंह निकला, जिसने कर्ज के बोझ से छुटकारा पाने और दो करोड़ रुपये के बीमा लाभ की खातिर एक निर्दोष युवक विनय चौहान की निर्मम हत्या कर दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस घिनौनी साजिश में उसकी पत्नी हेमा सिंह भी पूरी तरह से शामिल रही।घटना का खुलासा ऐसे हुआ :- 30 जून 2025 की सुबह थाना राजापुर क्षेत्र में सिकरी अमान गांव के पास एक अल्टो कार (MP 19 CB 3053) जलती हुई पाई गई, जिसमें एक अधजला शव भी बरामद हुआ। पहले तो मृतक की पहचान नहीं हो पाई, लेकिन बाद में सुनील की पत्नी हेमा ने शव की पहचान अपने पति के रूप में की और दावा किया कि सुनील की कार सहित वह खुद आग में झुलस गया। शुरुआत में मामला हादसा प्रतीत हुआ, लेकिन पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के निर्देशन में एसओजी और राजापुर पुलिस टीम ने जब गहराई से जांच की, तो पूरे मामले की परतें खुलने लगीं।
ऐसे रची गई साजिश :- सुनील सिंह ने दो करोड़ रुपये का बीमा करवाया था। पत्नी के तानों और आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने यूट्यूब और क्राइम सीरीज देखकर एक षड्यंत्र रच डाला। उसने एक गरीब, बेसहारा युवक विनय चौहान को निशाना बनाया, जो रीवा के नेहरू नगर का निवासी था। पहले उससे दोस्ती की, शराब पिलाई, घर लाया और फिर पत्नी को भी योजना में शामिल किया। 29 जून की रात सुनसान जगह पर कार में विनय को बेहोश करके कपूर, सिलेंडर गैस, बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल कर जिंदा जला दिया। शव को सुनील का बताकर बीमा क्लेम करने और अपनी मौत की झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश की गई।
गिरफ्तारी ऐसे हुई :- 7 जुलाई को मुखबिर की सूचना पर आनंदपुर गांव के पास से सुनील सिंह को जिंदा पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने उसकी पत्नी हेमा सिंह को भी उसी रात गिरफ्तार कर लिया।डीएनए जांच और पोस्टमार्टम :- पुलिस ने शव का डीएनए सैंपल लेकर पुष्टि के लिए भेजा है, जबकि विनय चौहान के परिवार ने उसके लापता होने की पुष्टि की है। इस निर्मम साजिश का पर्दाफाश होते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
इनाम व सराहना :- इस जटिल व रहस्यमयी केस का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक ने 10,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है।
गिरफ्तार करने वाली टीम :- एसओजी प्रभारी निरीक्षक एम.पी. त्रिपाठी के नेतृत्व में और थाना राजापुर के प्रभारी प्रवीण सिंह व उनकी टीम ने सराहनीय भूमिका निभाई।
TTN24 न्यूज़ अपील:- इस हृदयविदारक मामले ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी मानसिकता कितनी भयावह हो सकती है, जब मानवता पैसे के आगे हार मान जाए। चित्रकूट पुलिस ने अपनी सतर्कता, तकनीकी दक्षता और लगन से एक जघन्य हत्याकांड को सुलझाकर एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया।