इटावा पुलिस की बड़ी कामयाबी: 'भारत सरकार' की स्कॉर्पियो से की लूट, फर्जी एसडीएम अधिकारी समेत दो गिरफ्तार
रिपोर्ट एम एस वर्मा, मनोज कुमार
यूपी के इटावा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां, सैफई पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अवैध असलहा और भारत सरकार लिखी एक स्कॉर्पियों को कब्जे में ले लिया है।लुटेरों की तलाश में जुटी पुलिस तब अचरज में पड़ गई जब इस मामले में शामली जिले में तैनात ऊन तहसील में तैनात एसडीएम अमर पांडे का फोन आना शुरू होता है जिसमें उनकी ओर से ऐसी जानकारी दी जाती है कि पुलिस ने जिस स्कॉर्पियो गाड़ी को पकड़ा है वह उनकी गाड़ी है और उनका ड्राइवर इस गाड़ी को लेकर गया था । इस गाड़ी को छोड़ने की उनकी ओर से सिफारिश की गई। लूट की वारदात में एसडीएम की एंट्री के बाद पुलिस अधिकारियों के हाथ पैर फूलना शुरू हो गए।
इस बात की जानकारी बड़े पुलिस अफसर को भी दी गई अमर पांडे ने एक व्यक्ति को अपनी गाड़ी में बैठाकर उसका मोबाइल फोन, एटीम कार्ड ओर 4500 रुपए लुट लिए थे लूट का शिकार आजमगढ़ के रहने वाले रामप्रवेश यादव लखनऊ चारबाग से फिरोजाबाद जा रहे थे 10 और 11 जुलाई की रात को आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर लूट की वारदात हुई थी लुटा गया मोबाइल फोन, दो तमंचे चार कारतूस बरामद तथा भारत सरकार और मजिस्ट्रेट लिखी हुई स्कॉर्पिओ कर भी बरामद की गई। रामप्रवेश यादव ने ब्ला ब्ला के जरिए कार बुकिंग की थी जिसके बाद से सिफारिशी एसडीएम को यह बताया गया कि आप सैफई थाने आ जाएगा तो गाड़ी छोड़ दी जाएगी। इसके बाद एसडीएम अमर पांडे अपने एक अन्य साथी के साथ सैफई थाने पहुंचे। पुलिस ने एसडीएम अमर पांडे से कई क्रम में सिलसिले बार ढंग से बातचीत की, जिसमें उनकी ओर से ऐसा बताया गया कि वह ट्रेनी आईएएस अधिकारी है, पहले 2022 के बैच में 58 नंबर पर उनका सिलेक्शन हुआ है लेकिन सैफई के सीओ राम गोपाल शर्मा ने जब ऑनलाइन जांच की तो यह बात सत्य नहीं पाई गई।पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो अमर पांडे और उसका साथी टूट गया और उसने अपनी असलियत खोल करके सामने रख दी। लूट की वारदात में शामिल कार पर भारत सरकार के साथ साथ मजिस्ट्रेट भी लिखा कर रखा गया। गाड़ी के साथ अवैध दो तमंचा और कुछ दस्तावेज भी बरामद किए है। पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और इनके खिलाफ धारा 309(4)/319(2)/336(3)/338,/340(2)/ 317(2) बीएनएस व धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही करके जेल भेज दिया है।
इटावा एसएसपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में इंस्पेक्टर सैफई राकेश कुमार शर्मा, इंस्पेक्टर तेज सिंह, उपनिरीक्षक शकील और सैफई पुलिस टीम और बेचन सिंह प्रभारी एसओजी, नागेंद्र चौधरी प्रभारी सर्विलांस और उनकी टीम ने गिरफ़्तार किया। एसएसपी ने पुलिस टीम को 15 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की।