क्राइम ब्यूरो _ मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
*हरख ब्लॉक की मौथरी ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन का अधूरा सच, महिलाओं को दूर से ढोना पड़ रहा पानी*
हरख, बाराबंकी। जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाने की मंशा से ग्राम पंचायत मौथरी में वर्षों पहले बनी पानी की टंकी अब शोपीस बनकर रह गई है। दो साल पहले बना यह स्ट्रक्चर न तो पूरी तरह क्रियाशील हो पाया और न ही ग्रामीणों की प्यास बुझा सका। पाइपलाइन बिछाई गई, सड़कों को खोद डाला गया, लेकिन जल आपूर्ति आज तक सुनिश्चित नहीं हो पाई। ग्रामीणों के अनुसार, टंकी आज भी अधूरी है और गांव में सप्लाई बोरिंग से सीधे मशीन के माध्यम से दी जा रही है, वह भी बेहद अनियमित तरीके से। कहीं दो दिन तो कहीं चार दिन तक पानी नहीं आता। इस भीषण गर्मी में ग्रामीणों की स्थिति बदतर हो चली है। महिलाओं को कई किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाना पड़ रहा है। गांव की महिलाएं कहती हैं, “टंकी बनते समय हमें उम्मीद थी कि अब घर बैठे पानी मिलेगा, पर अब तो हालात और भी खराब हो गए हैं।” सौर ऊर्जा से चलने वाली मोटर भी बंद, अधिकारियों का फोन नहीं उठता: ग्रामीणों का आरोप है कि सौर ऊर्जा से चलने वाली मशीन भी तेज धूप में नहीं चलाई जाती। विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से जल जीवन मिशन की योजना केवल कागजों पर पूरी हो चुकी है, जबकि जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। ग्रामीणों ने जब जल निगम के उच्च अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, तो फोन रिसीव नहीं किया गया। मुख्यमंत्री से की गई शिकायत, जल्द करेंगे जल मंत्री से भी संपर्क: ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इस समस्या की शिकायत दर्ज करा दी है। उनका कहना है कि अगर जल्द जल आपूर्ति व्यवस्था बहाल नहीं की गई तो वे जल शक्ति मंत्री से मिलकर पूरे मामले की शिकायत करेंगे। ग्रामीणों की आवाज़: हम भी चाहते हैं 'हर घर जल': सरकार भले ही “हर घर जल” की बात करे, लेकिन मौथरी गांव में यह सिर्फ एक नारा बनकर रह गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल जीवन मिशन की नल-जल योजना को तुरंत सुचारू रूप से शुरू किया जाए, ताकि उन्हें रोजाना पानी के लिए जूझना न पड़े।