*जनकपुर पंचायत के ग्रामीणों का आरोप पंचायत सचिव बांग्लादेशी घुसपैठियों को पीएम आवास एवं अन्य लाभ दे रहे*
*इस पंचायत में रह रहे विस्थावित परिवार एवं मूल निवासी पीएम आवास से वंचित है*
*रिपोर्टर- उत्तम बनिक पखांजूर*
कोयलिबेड़ा विकासखंड के अंतर्गत बाहु चर्चित ग्राम पंचायत जनकपुर के आश्रित ग्राम शांतिपुर (पीवी 79) के ग्रामीण एवं मुखिया गणभवेश चक्रवर्ती,प्रफुल्ल राय,कृष्णा राय,नरेश मालाकार,मृणाल मंडल,प्रशांत बछाड़ ने सरपंच,सचिव पर आरोप लगाया कि सचिव अनुकूल राय लगभग पिछले दस साल से जनकपुर पंचायत मे पदस्थ होकर अपने समधी वार्ड नं 11 के पंच के साथ मिलकर अपने रिश्तेदारों एवं बांग्लादेशी का फर्जी तरीके से राशन कॉर्ड,आधार कार्ड, मतदाता सूची मे नाम जुडवा कर पहचान पत्र बनवा कर लाभ पहुँचने का काम किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है की पंच सचिव के साथ मिलकर बांग्लादेशी घुसपैठिये को वार्ड नं 11 मे ही सारण देकर वोटर लिस्ट में नाम जुड़वा कर अपना वोट बैंक बना रहा है। हर साल सचिव चुनाव से पहले बांग्लादेशीयों को लालच देकर अपने समधी को वोट देने को कहता है और ग्राम पंचायत में आई योजना का लाभ पहुंचाने का काम करता है। ग्रामीणों ने सचिव पर यह आरोप लगाया की पूरे ग्राम पंचायत मे सबसे ज्यादा वार्ड नं 11 में10-12 साल से आए बांग्लादेशी घुसपैठियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे रहे हैं। जिसमें बांग्लादेशी घुसपैठी निमाई वैध,पंचानन सरकार,रेणुका सरकार को शासन की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिया गया है, अगर उनके दस्तावेजो की जांच की जाए तो उनके सारे दस्तावेज फर्जी तरीके से बनाएं पाए जायेंगे। ग्रामीणों ने बताया की हम 1964 में पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने लाया है हम बिस्तापित परिवार है और हम पात्रता रखते हैं पर हमें सचिव के द्वारा कोई लाभ नहीं दिया जाता है यहां की यहां के मूल निवासियों को भी प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है, सचिव हमारे गांव में अपने ही रिश्तेदार को हमेशा लाभ पहुंचाते हैं। ग्रामीणों ने इस माध्यम से कलेक्टर से जांच की मांग कर 10-12 सालों से एक ही ग्राम पंचायत मे पदस्थ सचिव को हटाने की मांग की है।इस संबंध पर ग्राम पंचायत जनकपुर सचिव अनुकूल राय ने बताया की हमारे ग्राम पंचायत मे कोई भी बांग्लादेशी घुसपैठि नही है और ना ही मैने किसीको भी को प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिया है जो लोग पात्रता रखते हैं उनका आवास मिल रहा है। ग्रामीणों के द्वारा मुझे पर लगाया गया आरोप निराधार है।