Etawah News: जसवंतनगर के एक आटा मिल में लगी भयंकर आग, तीन गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद 3 घंटे में आग को बुझाया। मिल मालिक को एक करोड़ से अधिक का नुकसान
रिपोर्ट एम एस वर्मा, मनोज कुमार
जसवंतनगर/इटावा: राष्ट्रीय राजमार्ग से डुढ़हा जारीखेड़ा को जोड़ने वाले मार्ग की ओर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब वहां स्थित श्रीराम एग्रो आटा मिल में भीषण आग लग गई। आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया और मिल में रखा सारा सामान चपेट में आ गया।जानकारी से पता चला कि इस हादसे में करीब 1,500 गेहूं से भरे कट्टे और ढाई लाख से ज्यादा खाली बोरे जलकर राख हो गए। मिल मालिक सत्य प्रकाश ने इस घटना में करीब एक करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान का अनुमान लगाया है। मिल मालिक सत्यप्रकाश पुत्र राजेंद्र कुमार, निवासी लोहामंडी ने बताया कि उनकी आटा मिल में धरतीपुत्र ब्रांड के नाम से आटा पेकिंग होती है।घटना मंगलवार सुबह 10:30 बजे उन्हें सूचना मिली कि मिल में आग लग गई है। सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि मिल के आधा हिस्सा आग की लपटों से घिरा हुआ है और धुएं का गुबार दूर से दिखाई दे रहा था। उन्होंने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी
सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी आयुषी सिंह, तहसीलदार नेहा सचान और प्रभारी निरीक्षक राम सहाय मय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने तत्काल दमकल विभाग को सूचना दी। फायर बिग्रेड की तीन गाड़ियां ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग काबू पाया फायर बिग्रेड की पहली 10:30 बजे मौके पहुंची थी खराब सड़क ने रेस्क्यू टीम को पहचने में भरी चुनौती का सामना करना पड़ा। इस घटना में किसी को भी जान माल की जनहानि नहीं हुई अंततः दोपहर करीब 1:00 बजे आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान मिल के पीछे बने मकान में मौजूद लोगों ने भी आग बुझाने में मदद की। वहीं आसपास के कोल्ड स्टोरेज मालिकों डॉ. भुवनेश यादव, रामौतार यादव और दुष्यंत यादव ने अपने कोल्ड स्टोरेज से पानी उपलब्ध कराया। सत्य प्रकाश ने बताया कि आग में उनकी आटा मिल का अधिकांश सामान जल गया। करीब 1,500 पैकेट गेहूं, ढाई लाख से ज्यादा खाली बोरे और पैकिंग सामग्री पूरी तरह नष्ट हो गई।
हालांकि राहत की बात यह रही कि आग लगने के समय मिल में काम कर रहे सभी 12 कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकल गए और कोई जनहानि नहीं हुई। तहसीलदार नेहा सचान ने बताया कि राजस्व विभाग इस तरह की घटनाओं में मुआवजा नहीं देता। केवल नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीड़ित को मुआवजा बीमा कंपनी से ही मिलेगा।
घटना के बाद ग्रामीणों ने रोष जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से जारी खेड़ा तक के करीब एक किलोमीटर मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे और जलभराव के कारण दमकल की गाड़ियां देर से पहुंचीं। इस वजह से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीण रामसेवक, सुरजीत सिंह, श्याम बाबू, अवनीश कुमार, रामबाबू, सुरेश कुमार, हरभजन सिंह और श्यामवीर ने प्रशासन से तत्काल सड़क की मरम्मत की मांग की।
घटना के बाद ग्रामीणों ने रोष जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से जारी खेड़ा तक के करीब एक किलोमीटर मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे और जलभराव के कारण दमकल की गाड़ियां देर से पहुंचीं। इस वजह से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। ग्रामीण रामसेवक, सुरजीत सिंह, श्याम बाबू, अवनीश कुमार, रामबाबू, सुरेश कुमार, हरभजन सिंह और श्यामवीर ने प्रशासन से तत्काल सड़क की मरम्मत की मांग की।