36 घंटे बीतने के बाद गोली कांड पर पड़ा पर्दा चर्चा का विषय।
चन्दगीराम मिश्रा
हरदोई
9415707425
हरदोई, मल्लावां हरदोई रोड निकट गायत्री पेट्रोल पंप के पास अज्ञात हमलावरों ने घर जाते समय गोली मार दी।घायल पेट्रोल पंप पर लड़खड़ाकर गिर गया । सूचना पर पहुंचे विशाल जयसवाल एवं साथियों ने युवक को मल्लावा सीएचसी लाए डा, दिव्यांशु चंद्रा ने स्थिति गंभीर देखकर लखनऊ रेफर किया ।मिली जानकारी कि ताजुद्दीन उर्फ शानू जो विशाल जायसवाल के यहां असिस्टेंट के रूप में उनके सामाजिक कार्यों को देखता था। 27 जुलाई रात्रि करीब 10 ,15 बजे बुलेट मोटरसाइकिल से घर जा रहा था। जैसे ही वह गायत्री पेट्रोल पंप के पास पहुंचा कुछ अज्ञात हमलावरों ने मोटरसाइकिल से पीछा कर जान से मारने की नियत से गोली मारी। घायल युवक लड़खड़ाता हुआ पेट्रोल पंप पर गिर गया। घायल अवस्था में विशाल जायसवाल को फोन से जानकारी दी। घायल शानू को मल्लावां लाएं गम्भीर स्थिति देख डा ,ने लखनऊ रेफर कर दिया जहां पर डॉक्टरों ने उनका उपचार शुरू किया । परिजनों से मिली जानकारी कि 12 जुलाई को मल्लावां के बड़े चौराहा पर कुछ युवकों से गाली गलौज व मारपीट हुई थी जिसमें पुलिस ने कार्रवाई की थी। उसके बाद से शानू को फोन कॉल के जरिए लगातार धमकियां दी जा रही थी जिसके साच्क्ष परिजनों के पास मौजूद है।
परिजनों ने बताया कि दी गई धमकी और पीछा करने की सूचना सानू ने मल्लावां पुलिस को कई बार बताई है । कि मुझे उन लोगों से जान का खतरा है लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। हमलावरों ने मोटरसाइकिल से पीछा करके उक्त रात को घटना को अंजाम दिया वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस यदि 12 जुलाई की घटना को गंभीरता से ले लेती और मेरे पुत्र सानू द्वारा दी गई पल-पल की जानकारी पर ध्यान दे देती तो शायद आज यह घटना घटित नहीं होती। इस घटना से पुलिस के रवैया पर क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है क्योंकि पुलिस की शिथिलता का पर्दाफाश हो चुका है हमलावरों को 36 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। वही आम चर्चा का विषय यह भी है कि पुलिस अपने को बचाने के लिए सीसीटीवी कैमरों का फुटेज खंगाल रही है परंतु हमलावरों तक पहुंचने में नाकाम साबित हो रही है।
क्षेत्र में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है जिनमें पुलिस की शिथिलता देखी जा रही है परंतु क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक लोग भी पुलिस द्वारा की जा रही शिथिलता पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे मुद्दो का नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक चर्चा का विषय बना हुआ है कि पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन की कार्य शैली से आम जनमानत अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहा था लेकिन जीरो ग्राउंड पर देखा जाए तो व्यक्ति सुरक्षित नहीं है। ऐसी छोटी-छोटी घटनाओं पर जान से मारने की नियत से गोली कांड होते रहेंगे तो फिर इसका जिम्मेदार कौन होगा यह भी एक सोचने का विषय है।