क्राइम ब्यूरो _ मोहम्मद अहमद
जिला बाराबंकी
*भूमाफियाओं के दबंगई के आगे डीएम के आदेश भी हुआ गौड़**बिना लेआऊट स्वीकृति के प्लाटिंग व प्लॉटों की हुई बिक्री वो भी दूसरे की भूमि से*
*एसडीएम हैदरगढ़ को डीएम के निर्देश भी नजरअंदाज कर हुई तीन रजिस्ट्रियां*
बाराबंकी। हैदरगढ़ में दबंग आपराधिक पृष्ठ भूमि के रसूखदारों की दबंगई के आगे कायदे कानून व डीएम तक के निर्देश सिफर साबित हो रहे हैं। वैसे इन लोगों पर केवल एक ही मामले में आरोप लग रहा हैं ऐसा नहीं हैं। तमाम शिकायतें तहसील प्रशासन की मूक सहमति में जहां नजरअंदाज हैं तो वहीं तहसील पुलिस प्रशासन की मूक सहमति से इन दबंगों के हौसले बुलंद है। वैसे हैदरगढ़ के गाटा संख्या 70 के आधे भूखण्ड 0.786 हेक्टेयर पर अब्दुल मुईन खान पुत्र अब्दुल मुईद के पुश्तैनी मालिकाना हक पर दबंगों ने शिकायत अनुसार ना सिर्फ जबरन रास्ता निकाल लिया है, बल्कि बीते गुरूवार 12 जून को डीएम से शिकायत बाद जब डीएम ने आश्वासन देते हुए एसडीएम हैदरगढ़ को भूमाफियाओं पर सख्त कार्यवाही का निर्देश जानकारी अनुसार दिया था।
जिसको लेकर शुक्रवार को पीड़ित अब्दुल मुईन ने एसडीएम से भेंट कर अपना संपूर्ण पक्ष व 2024 से इन दबंगों की शिकायतों का हवाला भी दिया था। लेकिन पीड़ित की मानें तो एसडीएम को डीएम द्वारा की गई शिकायत पर जांच कर सख्त कार्यवाही के निर्देश का तो अनुपालन मंगलवार खबर लिखने तक नहीं हुआ। लेकिन दबंगों के साथी आदर्श तिवारी पुत्र लक्ष्मी शंकर तिवारी ने अब्दुल मुईन के हक की जमीन पर प्लाटिंग का फर्जीवाड़ा कर दो प्लॉटों की गैरकानूनी तरीके से रजिस्ट्रियां तक जिला रायबरेली की महाराजगंज तहसील के ग्राम पूरेशुक्लई निवासी अनीता पत्नी माधव को 55.76 वर्ग मीटर, जिले की हैदरगढ़ तहसील के थाना सुबेहा अंतर्गत ग्राम पूरेअमान सिंह का पुरवा के मकान नंबर 183 निवासी शिवदेवी पत्नी बृजेश को 81.31 वर्गमीटर का 13 जून 2025 को कर दी गईं। जबकि 12 जून को ही डीएम ने एसडीएम को निर्देशित किया था। वहीं इसके पूर्व थाना दिवस व संपूर्ण समाधान दिवस पर भी संबंधित शिकायतें जिला प्रशासन से लेकर तहसील हैदरगढ़ प्रशासन से की गईं थी। जिसपर कचहरी व संबंधित भूखण्ड गाटा संख्या 70 पर भी इन्हीं लोगों ने अब्दुल मुईन पर जानलेवा हमला कर जान से मारने का प्रयास किया था। लेकिन उसकी शिकायतें भी तहसील प्रशासन की इन जरायम पेशा दबंग भूमाफियाओं की सत्ता के गलियारों में पकड़ के चलते दम तोड़ देंती है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि 13 जून 2025 को रजिस्ट्री करने वाला और कोई नहीं अब्दुल मुईन के बताए अनुसार नगर पंचायत अध्यक्ष का भाई है। जो जबरन कब्जा कर गैरकानूनी प्लॉटिंग में शामिल है तो जान लेवा हमले से लेकर वसूली अपहरण जैसे तमाम संगीन अपराधों में पूरे गिरोह की तमाम शिकायते हैं। तो वही नगर पंचायत अध्यक्ष का भी कुछ लोगों के सामने यह कहना कि मुझसे बड़ा गुण्डा भला क्षेत्र में कोई दूसरा कैसे हो सकता है। यह बताने के लिए पर्याप्त है कि मनोबल कहां से है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल एसडीएम की मूक सहमति को लेकर है। तो वहीं योगी आदित्यनाथ की रामराज्य की मंशा पर भी हैदरगढ़ तहसील प्रशासन की लचर व भूमाफियाओं के सांठगांठ की नीति पानी फेरती नजरलआ रही है।
( इनसेट )
*भू माफियाओं का कहर लगातार जारी, अवैध खनन के साथ-साथ चकरोड मार्ग पर भी कब्जा*
*शिकायत कर्ता को जान से खत्म कर डालने की हो रही शाजिश*
हैदरगढ़, बाराबंकी। हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम अंसारी में लगभग 25 दिनों से रात-दिन अवैध खनन जारी है। आपको बता दें कि खनन तो खनन यहां तक की सरकारी चक मार्ग से भी लगभग 150 ट्राली मिट्टी का खनन जेसीबी मशीन द्वारा रातों-रात कर लिया गया और जमीन को अपने खेत के बराबर समतल कर भूमाफियाओं के सरगना ने अपने निजी खेत में मिला लिया। सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक उपरोक्त की शिकायत ग्रामीणों ने 1076 मुख्यमंत्री पोर्टल, तहसील व उप जिलाधिकारी से भी की है। यही नहीं ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल व जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई गई है। देखना यह है कि जहां पर योगी सरकार अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाने का काम कर रही हैं। तो इस चक मार्ग के अवैध खनन कर अवैध कब्जे पर आखिर क्या कार्रवाई करती है या जांच के नाम पर लीपा पोती करके छोड़ देती है। वैसे भी उपरोक्त खनन माफिया भाजपा सरकार के विरोधी देखे जा रहे हैं। उनका लगातार यह कहना रहा है कि जिसके पास आदमी और पैसा है उसका सरकार कुछ नहीं बिगाड़ सकती। देखना यह है कि राजस्व विभाग की टीम कोई कठोर कदम उठाती है या भूमाफियाओं के हौंसले और बुलंद करती है। क्यों कि लगातार शिकायतों का दौर जारी है परन्तु कार्यवाही शून्य दिख रही है। भूमाफियाओं व उनके अन्य साथियों ने यहां तक साजिश कर डाली की शिकायत कर्ता जहां पर मिल जाए तुरंत उन्हें ट्रेक्टर ट्राली चढ़ा कर मार दो अथवा गिरोह में शामिल गुंडो से जान से मरवा दिया जाय। भयभीत शिकायत कर्ताओं ने अपनी जान माल की रक्षा के लिए डीएम व एसपी से गुहार लगाई है। अब देखना है कि मामले कि जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जायेगी या फिर मामले को ठंडे बस्ते मे डाल दिया जायेगा।