साहिबगंज झारखण्ड
अरविन्द कुमार कि रिपोर्ट
भारतीय वन्यजीव संस्थान के सहयोग से डॉल्फिन संरक्षण पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजितसाहिबगंज:-डॉल्फिन संरक्षण एवं उसके महत्व पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन भारतीय वन्य जीव संस्थान के सहयोग से किया गया।इस कार्यशाला का उद्देश्य गंगा नदी में पाई जाने वाली लुप्तप्राय गंगा डॉल्फिन के संरक्षण एवं उसके महत्व को उजागर करना था।कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रबल गर्ग उपस्थित रहे।उन्होंने डॉल्फिन को ‘गंगा नदी की आत्मा’ बताते हुए इसके संरक्षण में स्थानीय समुदाय विशेषकर मछुआरों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।श्री गर्ग ने डॉल्फिन प्रहरियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस दिशा में जागरूकता और जनसहभागिता ही सबसे कारगर उपाय हैं।भारतीय वन्यजीव संस्थान से डॉ.शोभना रॉय ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से डॉल्फिन संरक्षण के पहलुओं पर प्रकाश डाला,जबकि जिला परियोजना अधिकारी(नमामि गंगे)अमित कुमार मिश्रा ने योजना के तहत डॉल्फिन सहित गंगा की जैवविविधता को संरक्षित रखने के लिए हो रहे प्रयासों की जानकारी दी।कार्यशाला के दौरान डॉल्फिन की पारिस्थितिकी,जैव विविधता में योगदान,संरक्षण के समकालीन उपाय एवं चुनौतियों पर व्यापक चर्चा की गई।कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों ने डॉल्फिन संरक्षण हेतु सामूहिक संकल्प लिया और यह अपेक्षा जताई कि भविष्य में भी ऐसे जनजागरूकता कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाएँगे।इस अवसर पर मछुआ सोसाइटी के अध्यक्ष अशोक कुमार,डॉ शोभना रॉय डीपीओ अमित मिश्रा एवं सभी डॉल्फिन प्रहरी भी उपस्थित रहे।