एसडी कॉलेज में प्रो. अनिल मोंगा ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर दिया इंटरैक्टिव लेक्चर
करमजीत परवाना।
चंडीगढ़। सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में शुक्रवार को न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर लेक्चर का आयोजन किया गया। पंजाब यूनिवर्सिटी के एनईपी सैल कोआर्डिनेटर प्रोफेसर डॉ. अनिल मोंगा ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 पर एक इंटरैक्टिव लेक्चर दिया। डॉ. मोंगा यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इमर्जिंग एरियाज इन सोशल साइंसेज में सेंटर फॉर पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन में प्रोफेसर और अध्यक्ष भी हैं। एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और प्रशासक के रूप में, डॉ. मोंगा ने पॉलिसी के इनोवेटिव एलिमेंट्स पर प्रकाश डाला, जिसमें समग्र शिक्षा, फ्लैक्सेबिलिटी, टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन, लोकल लैंग्वेज पर जोर और भारत की संस्कृति और विरासत के बारे में छात्रों को संवेदनशील बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।उन्होंने बताया कि कुरिकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क दो-स्ट्रीम विकल्प प्रदान करता है, जो छात्रों को दो स्ट्रीम में से चुनने में सक्षम बनाता है जो एक-दूसरे के पूरक हैं, जिससे छात्रों को मल्टीडिसिप्लनरी कोर्सेज, स्किल एनहान्समेंट कोर्सेज और वैल्यू-एडेड कोर्सेज चुनने में मदद मिलती है। पंजाब यूनिवर्सिटी ने अब तक 166 एमडीसी, 151 एसईसी और 156 वीएसी कोर्सेज डेवलप किए हैं। उन्होंने कहा कि इस पॉलिसी में भारत में हायर एजुकेशन इकोसिस्टम को बदलने की क्षमता है। एनईपी को उसकी वास्तविक भावना के साथ अपनाने के लिए सावधानीपूर्वक योजना और कार्यान्वयन की आवश्यकता है। इसके साथ आने वाली चुनौतियों में हर छात्र के लिए इंटर्नशिप की व्यवस्था करना और सीखने-केंद्रित शैक्षणिक दृष्टिकोण अपनाना शामिल है।
डॉ.मोंगा ने अपना लेक्चर समाप्त करते हुए कहा कि निरंतर सीखना, आकलन और मूल्यांकन आवश्यक है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि हितधारकों की सहभागिता, विचार-विमर्श और योजना के कारण उनके कॉलेज में एनईपी का सुचारू कार्यान्वयन हुआ है। कॉलेज लेक्चर्स, ओरिएंटेशन प्रोग्राम्स और कुरिकुलम रिफार्म्स के माध्यम से एनईपी 2020 को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि इंटर्नशिप के लिए एक रूपरेखा तैयार की गई है, जिसमें इंटर्नशिप की सुविधा के लिए सरकारी एजेंसियों और पोर्टलों, पूर्व छात्रों, गैर सरकारी संगठनों के साथ सहयोग करके एक संरचित दृष्टिकोण सुनिश्चित किया गया है। डॉ.शर्मा ने बताया कि उनके कॉलेज के 1200 से अधिक छात्रों ने सरकारी पोर्टल पर नामांकन कराया है। कॉलेज ने राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाकर कार्यक्रम का समापन किया, जहां स्टाफ ने डेंगू के खिलाफ लड़ने की शपथ ली।