कापसी: प्रभारी प्रबंधक एवं प्राधिकृत अधिकारी की मिली भगत से आ.जा.से.सह. समिति बड़ेकापसी को करोड़ों रुपए का लगाया जा रहा है चूना
रिपोर्टर/ स्वतंत्र नामदेव कांकेर ब्यूरो
आरोप है कि प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय के द्वारा प्राधिकृत अधिकारी सुरेश पुरी गोस्वामी से मिली भगत कर वर्ष 2023-24 में बड़ेकापसी लैंपस अंतर्गत सात धान खरीदी में केन्द्र प्रभारियों से मोटी रकम लेकर लगभग एक करोड़ ग्यारह लाख रुपए धान की कमी को सूक्ति के नाम से चढ़ाया गया है।
*किसानों में भरी रोष*
जिला विपणन संघ कांकेर आशुतोष कोसरिया के द्वारा इस मामले में कार्यवाही करते हुवे समिति को प्राप्त धान बिक्री कमीशन की राशि लगभग सत्तर लाख रुपए को कटौती किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार बड़ेकापसी लैंपस अंतर्गत लगभग बारह हजार से अधिक किसान समिति के सदस्य है। डी एम ओ की इस कार्यवाही से लैंपस बड़ेकापसी के सदस्यों में भारी रोष व्याप्त है।
समिति के सदस्य मजीद उसेंडी, राघ्घु उसेंडी,जयंत मंडावी,तिलक साहू, नोहर सिंह उसेंडी, सहदेव उसेंडी, अरविंद उसेंडी, हजारू राम उसेंडी, विकेल पद्दा, कमलेश उसेंडी, बाला राम मरकाम, मेहदूर पद्दा ने बताया प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय के द्वारा सात खरीदी केंद्र प्रभारीयो से मोटी रकम लेकर समिति को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है लगभग बारह हजार से अधिक सदस्य के धान का कमीशन की राशि को सूक्ति के नाम से काट लिया गया है, समिति के खजाने को भारी चपत लगाया गया है,
*किसानों ने दी चेतावनी*
प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय को खरीदी केंद्र प्रभारीयो से सूक्ति के नाम पर काटी गई राशि को वसूली कर समिति में जमा ना करने की स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
बता दे कि प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय के द्वारा सात व्यक्तियों को सीधा लाभ पहुंचाते हुए समिति के लगभग बारह हजार से अधिक किसानों के धान के कमीशन की राशि का दुरुपयोग किया गया है, जिसमें स्वयं प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय के नाम पर लगभग 18 लाख रुपए की वसूली है, यह आरोप किसानों ने लगाया है, जो अपने हक के लिए लड़ रहे हैं।
*किसानों की मांग*
किसानों ने मांग की है कि प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय एवं प्राधिकृत अधिकारी सुरेश पुरी गोस्वामी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए और गबन किए गए राशि को वसूली कर समिति में वापस किया जाए।
*जांच की आवश्यकता*
इस मामले में जांच की आवश्यकता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि प्राधिकृत अधिकारी एवं प्रभारी प्रबंधक ने किस तरह से अनियमितताएं की हैं और किसानों के हितों को नुकसान पहुंचाया है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।
इस संबंध में प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय से बात करने पर उन्होंने बताया धान सूक्ति का मामला कमिश्नर न्यायालय में लंबित है मामले का निराकरण होने के पश्चात कमीशन की राशि को समिति में जमा कर दिया जाएगा।
इस संबंध में प्राधिकृत अधिकारी सुरेश पुरी गोस्वामी से बात करने पर उन्होंने बताया धान सूक्ति की राशि लगभग एक करोड़ दस लाख रुपए शासन का पैसा है, जो आज नहीं तो कल प्रभारी प्रबंधक मुकुंद राय को भरना ही पड़ेगा।