करमजीत परवाना,
चंडीगढ़।
नारायण सेवा संस्थान का नारायण लिम्ब एवं कैलिपर्स फिटमेंट शिविर चंडीगढ़ के कम्युनिटी सेंटर, सेक्टर 49 में आयोजित हुआ।
शिविर का उद्देश्य शारीरिक रूप से असमर्थ लोगों को न केवल चलने-फिरने में सक्षम बनाना था, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की भावना भी जाग्रत करना था। कृत्रिम अंग लगने के बाद दिव्यांगों के चेहरे पर मुस्कान और आत्मविश्वास साफ दिखाई दिया।
शिविर में चण्डीगढ़ सहित पंजाब, हरियाणा, हिमाचल के दूरस्थ क्षेत्रों के तीन सौ ज्यादा दिव्यांगों को अपर-लोवर व मल्टीपल कृत्रिम अंग और केलिपर्स लगाए गए।
इसके मुख्य अतिथि हरियाणा सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी,अध्यक्षता बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं हिमाचल प्रदेश के प्रभारी संजय टंडन और विशिष्ट अतिथि चंडीगढ़ बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष शिप्रा बंसल, संरक्षक महेश अग्रवाल, अर्जुन कंबोज, स्थानीय पार्षद राजिंदर शर्मा, समाज सेवी पिंकी मेहता मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि मंत्री बेदी ने कहा "दिव्यांगों की सेवा करना न केवल एक पुण्य कार्य है, बल्कि यह समाज और देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।"
नारायण सेवा संस्थान दिव्यांगों को सशक्त ही नहीं कर रहा बल्कि उनके खोये हुए आत्मविश्वास और निराशा को दूर करने का काम कर रहा है। यह समाज के लिए उपयोगी कार्य है। ऐसी सोच और भावना से ही विश्व एक परिवार का सपना साकार हो सकेगा। उन्होंने संस्थान को हर तरह से मदद का भरोसा दिया। साथ ही संस्थान के संस्थापक कैलाश मानव व अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल की सेवा साधना की प्रशंसा की। वहीं शिविर से लाभांवित होकर अपने पैरों पर चलते हुए नई जिंदगी शुरू करने वाले दिव्यांगजनों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने हरियाणा में भव्य शिविर सरकार की और से आयोजित करने की घोषणा की।
अध्यक्षता कर रहे संजय टंडन ने संबोधित करते हुए कहा यह पहल समाज के उन वर्गों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या किसी दुर्घटना में अपंग हो गए हैं। उन्होंने कहा, “हम सबका लक्ष्य दिव्यांगजनों को नया जीवन और आत्मनिर्भरता देना है।” संस्थान के लिए हमारे द्वार हमेशा खुले रहेंगे।
विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष शिप्रा बंसल ने कहा आज दिव्यांगों के सशक्तिकरण की सेवा को करीब से जानकर बहुत ही अभीभुत हूँ।
शिविर की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलित कर हुई।अतिथियों ने विजिट किया, रोगियों से उनकी आपबीती सुनी और डॉक्टर से फिटमेंट की प्रक्रिया जानी। लाभांवित दिव्यांगों को ट्रेनिंग दी गई, बेटबोल और फुटबाल भी खेल खेले।
शुरू में नारायण सेवा संस्थान के ट्रस्टी चौबिसा, निदेशक भगवान प्रसाद गौड़, संयोजक रोहित तिवारी ने मंचासीन अतिथियों का मेवाड़ी परम्परा से स्वागत किया। साथ ही संस्थान द्वारा 7 समाजसेवी जन को विभिन्न सेवा अवार्ड से सम्मानित किया गया।
ट्रस्टी चौबिसा ने कहा दिव्यांगजनों को उनके घरों के पास ही मदद पहुँचाने के लिए 2 मार्च को चण्डीगढ़ में कैंप लगाया था। जिसमें 500 से ज्यादा रोगी आये उनमें से 300 दिव्यांगों को नारायण लिंब व केलिपर्स के लिए चयनित किया। जिन्हें आज नई जिंदगी का उपहार मिल रहा हैं। समारोह में कृत्रिम अंग पहनकर दिव्यांगों ने परेड की। दिव्यांगों को संस्थान डॉक्टर्स ने चलने की ट्रेनिंग देने के साथ लिम्ब के रखरखाव की जानकारी भी दी।शिविर प्रभारी रमेश शर्मा ने दिव्यांगों की समझाईश की।
उन्होंने शिविर की रिपोर्ट बताते हुए कहा चण्डीगढ़ में संस्थान एक साथ बड़ी संख्या में दिव्यांगों को जर्मन टेक्नोलॉजी के नारायण लिम्ब पहनकर घरों को विदा हुए। जो वर्षों पहले किसी दुर्घटना में ये सभी अपने हाथ -पैर गंवाने से चलने -फिरने में असमर्थ हो चुके थे । जिसके चलते इनकी जिंदगी रुक सी गई थी। संस्थान की 45 जन टीम ने सेवाएं दी। संरक्षक महेश अग्रवाल ने अतिथियों का धन्यवाद अर्पित किया। संयोजन महिम जैन ने किया।
नारायण सेवा संस्थान 1985 से नर सेवा-नारायण सेवा की भावना से काम कर रहा है। संस्थापक कैलाश मानव को राष्ट्रपति महोदय ने मानव सेवा के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा है। संस्थान के अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल दिव्यांगों के लिए मेडिकल, शिक्षा, कौशल विकास और खेल अकादमी के माध्यम से मानसिक,शारीरिक एवं आर्थिक दृष्टि से मजबूत कर लाखों दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में ला चुके है। वर्ष 2023 में अग्रवाल को राष्टृपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। संस्थान अब तक 40 हजार से अधिक कृत्रिम अंग लगा चुका है। संस्थान अब चण्डीगढ़ के दिव्यांगों को निःशुल्क कृत्रिम अंग प्रदान कर उनकी रुकी जिन्दगी को फिर से शुरू करने के लिए बड़े स्तर पर काम करेगा।