रीशान फाउंडेशन ने लगाया रक्तदान, नेत्रदान व अंगदान पंजीकरण, शिविररक्तदान शिविर में 358 लोगों ने किया रक्तदान
रीशान फाउंडेशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में 358 लोगों ने किया रक्तदान
करमजीत परवाना,
चंडीगढ़।
इस शिविर का वर्चुअल उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक महामहिम गुलाब चंद कटारिया ने किया | इस शिविर में 358 लोगों ने रक्तदान किया , 150 लोगों ने नेत्रदान और 75 लोगों ने अंगदान का पंजीकरण करवाया | साथ ही 125 महिलाओं ने मेमोग्राफी टेस्ट और 200 लोगों ने डेक्सा टेस्ट करवाया |
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सतनाम संधू, मेयर हरप्रीत कौर बबला, अंबाला सांसद वरुण चौधरी, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन, अरुण गुप्ता प्रधान सचिव मुख्यमंत्री हरियाणा, बंतो कटारिया, रंजीता मेहता, एकता नागपाल, केशनी आनंद सेवानिवृत्त मुख्य सचिव अध्यक्ष भूजल बोर्ड, डायरेक्टर सेक्टर 16 अस्पताल डॉक्टर सुमन, डॉक्टर अत्री डायरेक्टर सेक्टर 32 हॉस्पिटल, भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा, स्वामी संपूर्णानंद जी महाराज, कमली माता जी, मनीषा दीदी, बावरा महर्षि संस्थान, एच एस लक्की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सुभाष शर्मा पंजाब भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिविर में भाग लिया,कुछ सांसदों ने भी पत्र राही शोक संदेश भेजा जैसे कि कंगना रनौत, प्रताप चन्दर सारंगी, शेर सिंह गुबाया, राजू बीस्ट, सुरेश गोपीनाथ महात्रे, मितेश पटेल, डॉ अशोक कुमार मित्तल ने संस्था के सभी सदस्यों का हौसला बढ़ाया। इस शिविर में पीजीआई चंडीगढ़ को 116 यूनिट,गवर्नमेंट कॉलेज व् अस्पताल सेक्टर 32 को 164 यूनिट और सरकारी अस्पताल सेक्टर 16 यूनिट को 78 विभाग के कर्मियों ने रक्तदान एकत्र किया और सेक्टर 32 के अस्पताल की तरफ से महिलाओं के कैंसर की जांच के लिए मेमोग्राफी वैन और हड्डियों की ताकत की जांच के लिए डेक्सा टेस्ट की व्यवस्था भी की |शिविर की जानकारी प्रदान करते हुए रीशान फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य मेजर आर एस विर्क, संजीव सूद और अरुण सूद ने बताया कि गत वर्ष इसी दिन ईशान सूद, रीत, ऋभु और कुशाग्र की सड़क हादसे में सभी की मौत हो गयी थी | वो दिन हम सभी अभिभावकों के लिए बहुत ही सदमे वाला दिन था और उसको हम आज तक नहीं भूल पाए अपने बच्चों के जाने को तो नहीं रोक सके पर उनकी स्मृति को सदैव जीवित रखने हेतु सभी अभिभावकों, उनके मित्रों और सेज सम्बन्धियों ने तय किया कि उन सभी के नाम पर सामाजिक संस्था को बना कर लगातार समाज से जुड़े सामाजिक कार्यों को किया जाये यही उन सभी दिवंगत आत्माओं के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसलिए रीशान फाउंडेशन की स्थापना की गयी और इसके तहत ये प्रथम रक्तदान शिविर लगाया जा रहा है |
उन्होंने बताया कि संस्था के गठन के उपरान्त मलोया के स्माल फ्लैट में एक परिवार के चार बच्चों 17 वर्षीया लड़की, 14 वर्षीया 2 लड़के और 12 वर्षीया 2 लड़कों के सिर से माँ बाप का साया छीन गया। ऊपर से हाउसिंग बोर्ड द्वारा उनके मकान की किश्तों की बकाया राशि और आगामी राशि की भरपाई न होने के चलते उनको मकान रद्द करने का नोटिस थमा दिया गया | ऐसे में परिवार की बेटी जो बड़ी मुश्किल से में काम करके अपने भाई बहनों का पेट पाल रही थी उसने असमर्थता जताई और रीशान फाउंडेशन से संपर्क किया। किसी गरीब की अगर छत छीन गयी तो बच्चे सड़क पर आ जायेंगे इसको समझते हुए संस्था ने तुरंत प्रभाव से निर्णय लिया कि जितनी भी मकान की बकाया राशि उसका भुगतान, आगामी किश्तों का भी भुगतान, परिवार के लालन पालन हेतु मासिक राशन, कपडे और शिक्षा में होने वाले सारे खर्च का वहां संस्था द्वारा किया जायेगा ताकि ये बच्चे भविष्य में आगे चल कर अपने पैरों पर खड़े हो सके। इस तरह से संस्था ने सामाजिक कार्य की तरफ पहला कदम बढ़ाया और आज रक्तदान शिविर लगा कर इसकी विदिवत शुरुआत कर दी और भविष्य में जितना भी सामाजिक कार्य होंगे वो लगातार चलते रहेंगे।रीशान फाउंडेशन की स्थापना और उनके द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों के प्रति अपने विचार व्यक्त करते हुए महामहिम राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि जिस प्रकार से उनके अभिभावकों ने उनके नाम से स्वयंसेवी संस्था बना कर सामाजिक कार्यों हेतु पहल की है वाकई ये उन सभी दिवंगत आत्माओं को सच्ची श्रद्धांजलि साबित हुई है। संस्था द्वारा गरीब परिवार के बच्चों को गोद लेना और उनका सारे खर्चे का वहन करना हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। गवर्नर कटारिया ने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं की सफलता का जिक्र करते हुए कहा के सेना पर पूरे देश को गर्व है और रीशान फाउंडेशन ने शिविर को भारतीय सेनाओं को समर्पित करके बहुत अच्छा कार्य किया है।
आज रक्तदान शिविर के माध्यम से न जाने कितने जरूरतमंद लोगों के लिए रक्तदान किया गया | इस से कईओं की जिंदगी को बचाया जा सकेगा | हम सभी को भी अपनी समाजिक भागीदारी करनी चाहिए और समाज के लिए कुछ न कुछ जरूर करना चाहिए जीवन का सच्चा उद्देश्य है।