रेहान ख़ान रिपोर्टर फर्रुखाबाद 9452755077
मऊ दरवाजा पुलिस ने लूट की घटनाओं का खुलासा किया, दो बाइकों सहित चार लुटेरे गिरफ्तार, अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
फर्रुखाबाद में मऊ दरवाजा पुलिस ने लूट की घटनाओं का पर्दाफाश करते हुए चार लुटेरों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से दो मोटरसाइकिलें और एक लूटा गया मोबाइल फोन बरामद किया गया है।अपर पुलिस अधीक्षक अरुण सिंह ने पुलिस लाइन सभागार में मीडिया को बताया कि गिरफ्तार किए गए लुटेरों ने एक गिरोह बना लिया था। उन्होंने 1 दिसंबर की रात को कायमगंज बाईपास पर एक मोटरसाइकिल और कोतवाली मोहम्मदाबाद क्षेत्र में एक अन्य बाइक लूटी थी।
गिरफ्तार किए गए लुटेरों की पहचान मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के ग्राम झोनी नगला निवासी रोहित शाक्य और विशाल शाक्य, ग्राम सरेया नियामतपुर निवासी सुधांशु चौहान उर्फ एस के चौहान, और ग्राम बाबरपुर निवासी शाहनवाज उर्फ ऋषभ पठान के रूप में हुई है। इन्हें आज मीडिया के सामने पेश किया गया।
सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय के नेतृत्व में थाना मऊ दरवाजा प्रभारी लक्ष्मण सिंह की टीम ने इन लुटेरों को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर लूटी गई दोनों मोटरसाइकिलें और मोबाइल फोन बरामद किए गए। एक मोटरसाइकिल का इंजन खुला था और उसकी नेम प्लेट गायब थी।
अपर पुलिस अधीक्षक ने लूट के सामान की शत प्रतिशत बरामदगी पर संतोष व्यक्त किया और बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ में और भी रिकवरी हो सकती है। इस दौरान सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय और थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह भी मौजूद रहे।इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में जसमई चौकी इंचार्ज अरविंद सिंह यादव, दीवान मनोज कुमार, सरताज, अनुज तिवारी, सिपाही अनुज कुमार और ललित कुमार शामिल थे।
गौरतलब है कि थाना मऊ दरवाजा के ग्राम खगऊ निवासी मदनलाल पुत्र किशनलाल की मोटरसाइकिल लूटी गई थी। मदनलाल ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मदनलाल ने अपनी शिकायत में बताया था कि वह 1 दिसंबर की रात करीब 10:30 बजे अपनी हीरो होंडा सीडी डॉन (नंबर UP 74 D 2601) से घर जा रहे थे। फर्रुखाबाद बाईपास पर बेल ढाबे से करीब 100 मीटर आगे उन्हें सड़क किनारे दो अज्ञात व्यक्ति मिले, जिनके मुंह पर मफलर बंधा था और वे डंडा लेकर खड़े थे।
एक सफेद रंग की अपाचे मोटरसाइकिल पर एक और अज्ञात व्यक्ति बैठा था, जिसके मुंह पर भी मफलर बंधा था। इन तीनों लोगों ने उन्हें रोका और उनकी मोटरसाइकिल लूटकर भाग गए। मदनलाल ने 112 नंबर पर फोन किया, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी।
