रिपोर्ट भरतसिंह आर ठाकोर अरवल्ली गुजरात
*स्वस्थ जीवन की ओर पहला कदम....व्यायाम और आहार से वजन नियंत्रण*
आज के आधुनिक जीवन में मोटापा एक बड़ी समस्या बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया भर में 1 अरब से अधिक लोग मोटापे से पीड़ित हैं, जिससे हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मोटापा मुख्यतः असंतुलित आहार, गतिहीन जीवन और व्यायाम की कमी के कारण होता है। अच्छी खबर यह है कि व्यायाम और संतुलित आहार इस समस्या को प्रभावी ढंग से दूर कर सकते हैं। इन दोनों का संयोजन वजन घटाने और रखरखाव में मदद करता है।गुजरात में मोटापे की दर भी चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए गुजरात सरकार ने 2025 में 'स्वस्थ गुजरात, मोटापा मुक्त गुजरात' नाम से एक महत्वाकांक्षी अभियान शुरू किया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में जागरूकता पैदा करना, स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना और मोटापे पर नियंत्रण करना है।
सबसे पहले बात करते हैं आहार की। मोटापा कम करने के लिए कैलोरी की मात्रा कम करना जरूरी है, लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना जरूरी है। WHO और अन्य अध्ययनों के अनुसार फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, नट्स और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ अधिक खाएं। जंक फूड, मिठाई, तले हुए खाद्य पदार्थ और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचें। भूमध्यसागरीय आहार या पौधे-आधारित आहार प्रभावी है, जो धीरे-धीरे वजन कम करने के लिए प्रति दिन 500 कैलोरी वजन कम करता है। उदाहरण के लिए, अपनी प्लेट में आधी सब्जियां और फल, एक-चौथाई साबुत अनाज और बाकी प्रोटीन रखें।दूसरी ओर, व्यायाम वजन घटाने के साथ-साथ शरीर के स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि शक्ति प्रशिक्षण (वजन उठाना) और सहनशक्ति व्यायाम (दौड़ना, तैरना) का संयोजन सबसे प्रभावी है। सप्ताह में कम से कम 175-300 मिनट मध्यम तीव्रता वाला व्यायाम करें, जैसे तेज चलना, योग या जिम। इससे वजन घटाने के साथ-साथ मांसपेशियां मजबूत होती हैं और मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। गुजरात में 'मोटापा मुक्त गुजरात' जैसे अभियान भी इसे बढ़ावा देते हैं। मोटापे पर काबू पाने के लिए धैर्य और नियमितता जरूरी है। स्वस्थ आहार और व्यायाम से न केवल वजन में सुधार होता है बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार होता है।

